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महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 20 दिसंबर से मोबाइल ले जाने पर लगा प्रतिबंध, प्रसाद के लड्डू भी हुए महंगे

ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 24 दिसंबर से पांच जनवरी तक गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश पूर्णत प्रतिबंधित रहेगा। यह निर्णय सोमवार शाम मंदिर कार्यालय में कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया।

By Piyush KumarEdited By: Updated: Tue, 06 Dec 2022 03:42 AM (IST)
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ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 24 दिसंबर से पांच जनवरी तक गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।

उज्जैन, नईदुनिया। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 24 दिसंबर से पांच जनवरी तक गर्भगृह में भक्तों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। श्रद्धालुओं को गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। यह निर्णय सोमवार शाम मंदिर कार्यालय में कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में हुई प्रबंध समिति की बैठक में लिया गया। समिति ने कई और मसलों पर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इनके तहत अब मंदिर में 20 दिसंबर से मोबाइल ले जाना पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा, वहीं लड्डू प्रसादी के भाव भी बढ़ाए जाएंगे। 

मंदिर के पुजारी नियमिति पूजा-अर्चना तथा आरती करेंगे

मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि साल के आखिरी सप्ताह में देशभर से हजारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं। श्री महाकाल महालोक का निर्माण होने के बाद बीते सालों की अपेक्षा इस वर्ष तीन गुना अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। भारी भीड़ को देखते हुए समिति ने 24 दिसंबर से पांच जनवरी तक गर्भगृह में भक्तों को प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है। इस दौरान मंदिर के पुजारी नियमिति पूजा-अर्चना तथा आरती करेंगे। मंदिर के पुजारी व समिति सदस्य पं.राम पुजारी ने भी मंदिर के समस्त पुजारी,पुरोहितों की ओर से आम जनता की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए प्रवेश प्रतिबंधित करने का समर्थन किया। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, महंत विनीत गिरीजी महाराज, एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला, समिति सदस्य राजेंद्र शर्मा, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल आदि मौजूद थे।

मोबाइल रखकर प्रवेश करेंगे श्रद्धालु

महाकाल दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु 20 दिसंबर से मंदिर के भीतर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। प्रबंध समिति ने भक्तों के मंदिर में मोबाइल ले जाने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। भक्तों की सुविधा के लिए समिति विभिन्न् प्रवेश द्वारों पर मोबाइल लाकर लगाएगी। इसके अलावा श्रद्धालु स्वयं व्यवस्था अनुसार अन्यत्र मोबाइल रखकर मंदिर में प्रवेश करेंगे। भस्म आरती के समय भक्तों को मोबाइल ले जाने की अनुमति देने पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि भस्म आरती दर्शन के लिए भक्तों को मोबाइल पर आनलाइन अनुमति दी जाती है।

महंगा होगा महाकाल का लड्डू प्रसाद

देश-विदेश से आने वाले भक्तों के लिए अब भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद खरीदना महंगा होगा। प्रबंध समिति की बैठक में लड्डू प्रसाद का भाव 60 रुपये प्रति किलो बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में भक्तों को 300 रुपये किलो में लड्डू प्रसाद मिल रहा है। एक-दो दिन में इसके भाव 360 रुपये किलो हो जाएंगे। प्रशासक ने बताया वर्तमान में समिति को एक किलो लड्डू की कास्ट 375 रुपये किलो पड़ रही है। घाटे की पूर्ति लिए निर्माण लागत से कम कीमत पर विक्रय का निर्णय लिया गया है।

महाकाल मंदिर समिति उज्जैन के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 10 ओपन एसी बस चलाने जा रही है। प्रबंध समिति की बैठक में बसों के संचालन को लेकर निर्णय हुआ। प्रशासक ने बताया कि उज्जैन के सभी प्रमुख मंदिरों को सर्किट बनाते हुए दिन भर 10 ओपन एसी बसे चलती रहेंगी। यात्री एक बार निर्धारित शुल्क देकर टिकट खरीदेंगे तथा किसी भी मंदिर से किसी भी बस में सवार होकर नगर भ्रमण कर सकेगा।

विभिन्ना स्थानों पर बनेंगे प्रीपेड बूथ

देश-विदेश से महाकाल दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थियों को आटो रिक्शा आदि लोक परिवहन के साधन में मनमाना किराया नहीं देना पड़े, इसके लिए समिति रेलवे स्टेशन, नानाखेड़ा, त्रिवेणी संग्रहालय, हरसिद्धि मंदिर के समीप प्रीपेड बूथ की स्थापना की जाएगी। यहां से दर्शनार्थी निर्धारित किराया देकर यात्रा कर सकेंगे।