'डिप्टी कलेक्टर बनाने का आफर मिला तो मैंने कहा- मेरे हाथ के नीचे रहेंगे IAS अधिकारी', MPPSC में चयनित अभ्यर्थियों से बोले सीएम मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को साल 2019 और 2020 में मप्र लोक सेवा आयोग से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान की। इस दौरान वह चयनित और तैयारी रहे युवाओं से बातचीत भी की। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से बातचीत में कहा कि अपना आकलन करें। यह निर्णय लें कि हमारे मन में क्या है। नौकरी करना अच्छा लगता है तो वही करें।
जागरण न्यूज नेटवर्क, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को साल 2019 और 2020 में मप्र लोक सेवा आयोग से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान की। इस दौरान वह चयनित और तैयारी रहे युवाओं से बातचीत भी की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मप्र लोक सेवा में चयन को अपना अंतिम पड़ाव नहीं मानें। अहंकार न पालें।
सीएम मोहन यादव ने दिए अभ्यर्थियों को टिप्स
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चयनित अभ्यर्थियों से बातचीत में कहा कि अपना आकलन करें। यह निर्णय लें कि हमारे मन में क्या है। नौकरी करना अच्छा लगता है तो वही करें। जहां हमारा मन और आत्मविश्वास बोल वह करें। डायरी में जरूरी बातें लिखें। अपनी प्राथमिकता तय करें। जो काम मिला उसे अच्छे से करें। अच्छी तरह से परखकर मित्र बनाएं, पर बीच में न छोड़ें। जीवन में हमारी सहायता करने वाले लोग भी होने चाहिए।
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मेरे हाथ के नीचे काम करेंगे IAS अधिकारीः सीएम यादव
उन्होंने सभी युवाओं से कहा कि आप जहां से भी आए हैं, वहां की जड़ें न काटें। आपसे गलती हो सकती है पर इरादा ठीक होना चाहिए। सीएम यादव ने प्रशासनिक सेवा की तैयारी कर रहीं अंशिका ठाकुर के एक प्रश्न का जवाब में देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1986 के आसपास मुझे डिप्टी कलेक्टर बनने का ऑफर मिला था, तब खुद आयोग के चेयरमैन ने मुझसे दोस्ती में कहा था कि आप पीएससी की परीक्षा दो तो मैं आपको डिप्टी कलेक्टर तो बना ही सकता हूं। इसमें आपकी मदद करूंगा, तब मैंने कहा था- 'आप मेरे को क्या डिप्टी कलेक्टर बनाओगे। आइएएस अधिकारी तो मेरे हाथ के नीचे काम करेंगे।'
सभी लोगों को बैठने का किया इशारा
वहीं, कार्यक्रम की शुरुआत में सभी लोग 'मध्य प्रदेश गान' के लिए खड़े हुए। कुछ शब्द बोले गए कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सबको बैठने का इशारा किया। सभी के बैठने के बाद मध्य प्रदेश गान शुरू हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के समय ही खड़े रहना, यह एक परंपरा बन गई है, लेकिन सभी गान में हम खड़े होने लगेंगे तो राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और अन्य गान में अंतर क्या रह जाएगा।पूर्व सीएम ने बनाया था नियम
मालूम हो कि मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस कार्यक्रम में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मध्य प्रदेश गान के दौरान हमें अपने स्थान पर खड़े हो जाना चाहिए।यह भी पढ़ेंः Indore Crime: इंदौर में आठ लोगों ने अपहरण कर किया सामूहिक दुष्कर्म, प्रेमी ने रची साजिश; केस दर्ज
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