दिल्ली की तरह ही इंदौर में भी बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थान, अब तक 15 सेंटरों को किया गया सील; संचालकों पर भी दर्ज होगा केस
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में 27 जुलाई को हुई 3 UPSC छात्रों की मृत्यु के बाद मामला गंभीर हो गया है। इस हादसे के बाद से अन्य राज्यों का प्रशासन भी बेसमेंट में चलने वाले कोचिंग संस्थानों को लेकर सतर्क है। इंदौर में एक अधिकारी ने कहा कि ‘बेसमेंट’ में अवैध तौर पर संचालित हो रहे सभी कोचिंग संस्थानों और पुस्तकालयों को हटाया जाएगा।
पीटीआई, इंदौर (मध्यप्रदेश)। दिल्ली में हुए कोचिंग हादसे के बाद अन्य राज्यों का प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में भी बेसमेंट में चलने वाली लाइब्रेरी और कोचिंग संस्थानों पर दबिश दी जा रही है।
इस बीच, इंदौर में प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि शहर में ‘बेसमेंट’ (तलघर) में अवैध तौर पर संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों और पुस्तकालयों को हटाया जाएगा और उनके संचालकों पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी।
इंदौर में सील हुए बेसमेंट में चलने वाले कोचिंग सेंटर
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत के मद्देनजर इंदौर में बेसमेंट में संचालित हो रहे 15 से ज्यादा कोचिंग संस्थानों और पुस्तकालयों को सील कर दिया गया है।जिलाधिकारी आशीष सिंह ने संवाददाताओं को बताया, दिल्ली की घटना से सबक लेते हुए हम इंदौर में बेसमेंट में संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों और पुस्तकालयों की विस्तृत जांच कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि शहर में उचित सुरक्षा इंतजामों के बिना बेसमेंट में संचालित अध्ययन संस्थानों को सील किया जा रहा है।
दीवार और छत बने हैं प्लाईवुड के- अधिकारी
सिंह ने आगे कहा कि इनमें से चंद अध्ययन संस्थान तो ऐसे हैं जिनकी दीवारों से लेकर छत तक प्लाईवुड की बनी है, जबकि कुछ अन्य जगहों पर टीन शेड के नीचे कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। ऐसे ढांचे विद्यार्थियों के लिए बेहद असुरक्षित हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि इन अध्ययन संस्थानों के अवैध निर्माण को हटाया जाएगा और उनके संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।प्रशासन के जांच दल में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि सील किए गए अधिकांश अध्ययन संस्थानों में आने-जाने के लिए एक ही रास्ता था और वहां आग से बचाव के उपकरण भी नहीं लगाए गए थे।बता दें कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में 27 जुलाई को भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन विद्यार्थियों की डूबकर मौत हो गई थी।
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