उज्जैन महाकाल मंदिर में एडवांस बुकिंग के आधार पर होंगे दर्शन, गर्भगृह व नंदी हाल में प्रवेश प्रतिबंधित
Mahakal Temple Ujjain उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में अब दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को एडवांस बुकिंग करवानी होगी। गर्भगृह और नंदी हाल में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है।
उज्जैन, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया गया है। अब श्रद्धालुओं को एडवांस बुकिंग के आधार पर ही भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। अगले आदेश तक गर्भगृह और नंदी हाल में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने सोमवार शाम अधिकारियों, पुजारियों और पुजारियों के साथ बैठक कर अग्रिम बुकिंग के आधार पर सभी की सहमति से दर्शन व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। भक्त मंदिर की वेबसाइट और महाकालेश्वर एप पर दर्शन के लिए मुफ्त एडवांस बुकिंग कर सकेंगे।
महाकाल मंदिर में बनाया गया एक्जिट बाइपास रोड
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में भीड़ प्रबंधन के लिए समिति ने परिसर में एक्जिट बाइपास रोड का निर्माण कर दिया गया है। मंदिर परिसर से सभा मंडप की छत से बने इस नए मार्ग से श्रद्धालुओं को सुविधा से निकाला जा रहा है। नए साल की शुरुआत के बाद से ही देश-विदेश से सैकड़ों की संख्या में भक्त भगवान महाकाल के दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं। महाकाल दर्शन के बाद श्रद्धालु परिसर में जमा हो जाते हैं, उन्हें निकास द्वार की ओर ले जाने के लिए एकादश महादेव मंदिर के पास सभा मंडप की छत से नया बाईपास मार्ग बनाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि ओंकारेश्वर मंदिर के पास से वर्तमान निकास मार्ग बहुत संकरा था। इस रास्ते में एक ही समय में बड़ी संख्या में दर्शकों का एग्जिट गेट तक पहुंचना काफी मुश्किल था। इसलिए एक नया निकास बाईपास बनाया गया है। नई सड़क बनने के बाद कैंपस में भीड़ का दबाव काफी कम होने लगा है।
मंदिर में प्रशासनिक फेरबदल
नई व्यवस्था के साथ-साथ महाकाल मंदिर कार्यालय में भी प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। जनसंपर्क अधिकारी गौरी जोशी को भेंटपेटी गणना पर्यवेक्षक बनाया गया है। वहीं जनसंपर्क कार्यालय में पदस्थापित कम्प्यूटर आपरेटर चित्रा काले का तबादला कर दिया गया है। उन्हें सेल्फ वर्क के अलावा मतगणना पेटियों का प्रभारी बनाया गया है। प्रोटोकॉल कार्यालय में पदस्थापित राजेंद्र सिसोदिया को सेल्फ वर्क के अलावा प्रेसनोट बनाने का कार्यभार सौंपा गया है। जल्द ही प्रशासक एक प्रेस नोट जारी कर मीडिया को मंदिर के गतिविधियों और वीआइपी आंदोलन व मंदिर समिति की ओर से लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी देंगे।