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कमलनाथ पर संशय, नकुल को 'सशर्त' पेशकश, पूर्व CM के BJP में जाने को लेकर स्थिति नहीं हुई स्पष्ट

दिल्ली में कमलनाथ के भाजपा नेताओं से मुलाकात करने की अटकलें लगाई गईं पर कोई पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद उनके भरोसेमंद व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सामने आए और कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों का ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कमल नाथ के हवाले से दावा किया कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं।

By Piyush Kumar Edited By: Piyush Kumar Updated: Mon, 19 Feb 2024 11:45 PM (IST)
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भाजपा में कमलनाथ को शामिल करने पर सहमति नहीं बन पा रही है। (फोटो सोर्स: जागरण)

राज्य ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने को लेकर संशय बरकरार है। अब कहा जा रहा है कि कमल नाथ की बात भाजपा में नहीं बन पा रही है। सूत्रों का कहना है कि वह राजनीति से संन्यास भी ले सकते हैं। 

यह भी चर्चा है कि भाजपा में कमलनाथ को शामिल करने पर सहमति नहीं बन पा रही है। भाजपा के कई नेता उनके पार्टी में आने से सिख समुदाय को नाराज न करने की दलील दे रहे हैं। कमलनाथ के पुत्र व सांसद नकुल नाथ को भाजपा स्वीकार कर सकती है, लेकिन इस पर भी अब संशय गहराने लगा है।

भाजपा ने क्या रख दी शर्त?  

कहा जा रहा है कि भाजपा ने इसके लिए शर्त रख दी है। कम से कम 20 विधायकों को साथ लाने पर ही उनकी एंट्री होगी। उधर, मामला लंबा खिंचता देख उनके समर्थक विधायक भी अब संशय में हैं। कमल नाथ को लेकर पिछले तीन दिनों से अटकलें चल रही हैं। इसे हवा तब और मिली, जब उन्होंने इसका खंडन नहीं किया।

छिंदवाड़ा के शिकारपुर में विधायक, पूर्व विधायक सहित पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में परिवर्तन कर एक दिन पहले दिल्ली पहुंच गए। इसके पहले मीडिया प्रोफाइल बदल गई। उनके समर्थकों ने पार्टी नेताओं द्वारा कमल नाथ का अपमान किए जाने का आरोप लगाया। कुछ नेताओं ने भी एक्स पर अपनी प्रोफाइल बदली।

कमलनाथ कहीं नहीं जा रहे: सज्जन सिंह

दिल्ली में कमलनाथ के भाजपा नेताओं से मुलाकात करने की अटकलें लगाई गईं, पर कोई पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद उनके भरोसेमंद व पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा सामने आए और कमलनाथ के भाजपा में जाने की अटकलों का ठीकरा मीडिया पर फोड़ दिया। दावा किया कि कमलनाथ कहीं नहीं जा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कमल नाथ के हवाले से दावा किया कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं, पर सूत्रों का कहना है कि भाजपा में सहमति नहीं बनने के कारण कमल नाथ की एंट्री को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो रही है। भाजपा नकुल नाथ को शामिल करने के लिए कम से कम 20 विधायक साथ लाने की जो शर्त रख रही है, उसकी स्थिति भी नहीं बन रही है। कोई विधायक उपचुनाव का सामना नहीं करना चाहता है।

उमंग सिंघार ने दिल्ली पहुंचे विधायकों की तारीफ की

यही कारण है कि अधिकतर विधायक दिल्ली भी नहीं गए और कोई बयान भी नहीं दिया। उधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स पर वीडियो पोस्ट कर विधायकों की पार्टी के प्रति भावना, एकजुटता और धैर्य का परिचय देने को प्रशंसनीय बताया।

उन्होंने कहा कि बीते तीन-चार दिन से जो वातावरण बन रहा था, उसमें जिस तरह धैर्य का परिचय दिया और कांग्रेस के साथ खड़े रहे, वह प्रशंसनीय है। यह हमारी मनोवैज्ञानिक जीत है। सदन में जिस तरह सरकार को एकजुटता के साथ घेरा और संयुक्त रूप से खड़े रहे, उसे लेकर आपको सेल्यूट करता हूं।

कहा जा रहा है कि मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव और भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारी के लिए आयोजित बैठक में भाग लेने के लिए आने वाले विधायकों से पूरे घटनाक्रम पर फीडबैक ले सकते हैं। 

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