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भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री, लाखों रुपये में हुई थी तैयार; मुंबई, राजस्थान और गुजरात तक थी सप्लाई

भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र बगरोदा की फैक्ट्री में एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग्स की तीन खेप ही तैयार हुई थीं। ड्रग्स को आर्थर रोड जेल मुंबई में बंद सरगना के माध्यम से गुजरात के सूरत राजस्थान के प्रतापगढ़ और महाराष्ट्र में खपाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय एजेंसियों की नजर से बचने के लिए आरोपित ड्रग्स को अन्य राज्यों में भेजा करते थे।

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Tue, 08 Oct 2024 10:05 PM (IST)
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भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री, लाखों रुपये में हुई थी तैयार

जागरण न्यूज नेटवर्क, भोपाल: भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र बगरोदा की फैक्ट्री में एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग्स की तीन खेप ही तैयार हुई थीं। ड्रग्स को आर्थर रोड जेल मुंबई में बंद सरगना के माध्यम से गुजरात के सूरत, राजस्थान के प्रतापगढ़ और महाराष्ट्र में खपाया गया था। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय एजेंसियों की नजर से बचने के लिए आरोपित ड्रग्स को अन्य राज्यों में भेजा करते थे।

शनिवार को गुजरात एटीएस व एनसीबी की संयुक्त कार्रवाई में एमडी ड्रग्स की फैक्ट्री में पकड़े गए अमित चतुर्वेदी, सान्याल बाने और रविवार को मंदसौर से पकड़े गए हरीश आंजना से पूछताछ में सामने आया है कि भोपाल में ड्रग्स बनाने का सेटअप लगाने में लगभग 50 लाख रुपये खर्च हुए।

महाराष्ट्र से खरीदी गईं मशीनें

मुख्य फाइनेंसर हरीश आंजना ही बताया जा रहा है। मशीनरी, कच्चा माल व अन्य संसाधनों की खरीद में अधिकतर राशि उसी ने लगाई। मशीनें महाराष्ट्र से खरीदी गईं। उधर, ड्रग्स बनाने के आरोपितों का सीधा कनेक्शन मंदसौर में मिलने के बाद मंगलवार को पुलिस हरीश के नेटवर्क को खंगालती रही।

पुलिस ने हरीश के रुपये हवाला के माध्यम से ठिकाने लगाने वाले युवक और उसके सहयोगी को हिरासत में लिया है। हरीश के खास सहयोगी प्रेमसुख पाटीदार की भी तलाश हो रही है। प्रेमसुख का कांग्रेस से जुड़ाव भी सामने आया है। वह सुवासरा विधानसभा सीट से दो बार चुनाव लड़ चुके कांग्रेस नेता राकेश पाटीदार का साला है।

फैक्ट्री से 907 किलो एमडी ड्रग्स बरामद

इस बीच, अमित के गोदाम पर भी कटारा हिल्स थाना पुलिस ने छापा मारा और वहां से करीब 30 लाख रुपये का रासायनिक पदार्थ जब्त किया। पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि अगर इस पदार्थ से एमडी ड्रग्स बना ली जाती तो उसकी कीमत 200 करोड़ रुपये होती। एनसीबी अमित और सान्याल को लेकर बगरोदा स्थित फैक्ट्री भी पहुंची। वहां से दोनों की उपस्थिति में कुछ नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला भेजा गया। बता दें कि शनिवार को भी फैक्ट्री से 907 किलो एमडी ड्रग्स बरामद की गई थी।

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