Move to Jagran APP

Independence Day 2022: इंदौर में आठ हजार लोगों ने मानव श्रृंखला से बनाया भारत का नक्शा, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ नाम

Azadi Ka Amrit Mahotsav इंदौर में आजादी के अमृत उत्सव को यादगार बनाने के लिए शहर के आठ हजार से अधिक लोगों ने मिलकर मानव श्रृंखला के जरिए भारत का नक्शा बनाया। यह आयोजन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया।

By Babita KashyapEdited By: Updated: Sun, 14 Aug 2022 02:12 PM (IST)
Hero Image
Azadi Ka Amrit Mahotsav: इंदौर के कुल 8335 लोगों ने मानव श्रृंखला के जरिए भारत का नक्शा बनाया।
इंदौर, एजेंसी। Azadi Ka Amrit Mahotsav: आजादी के अमृत उत्सव को हमेशा के लिए यादगार बनाने और हर आम जन को तिरंगे के महत्व को समझाने के लिए, शनिवार 13 अगस्त को ज्वाला महिला समिति की

ओर से दिव्य शक्तिपीठ में इंदौर के आठ हजार से अधिक लोगों ने एक साथ मिलकर मानव श्रृंखला के जरिए भारत का नक्शा बनाया। सफेद कपड़े और तिरंगी टोपी पहन मिलकर राष्ट्रगान भी गाया। आयोजकों के मुताबिक इसमें कुल 8335 लोगों ने भाग लिया।

देश का नक्शा बनाने वाली सबसे बड़ी मानव श्रृंखला

समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार यह आयोजन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया क्योंकि इसने देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए देश का नक्शा बनाने वाली सबसे

बड़ी मानव श्रृंखला थी। कार्यक्रम का आयोजन दिव्य शक्तिपीठ में एक सामाजिक संस्था 'ज्वाला' द्वारा किया गया था और 5000 से अधिक स्कूली छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता और अन्य लोग एक साथ नक्शा बनाने के लिए आए थे।

ज्वाला की संस्थापक डॉ. दिव्या गुप्ता ने कहा कि इस प्रयास के माध्यम से भौगोलिक आकार में मानव श्रृंखला बनाने का विश्व रिकॉर्ड तोड़ नया विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा।

15 अगस्त को, भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष का जश्न मनाएगा और इस दिन को मनाने के लिए कई कार्यक्रम और पहल की जा रही हैं।

हर घर तिरंगा अभियान 

केन्‍द्र सरकार और भाजपा की ओर से आजादी का अमृत महोत्सव पर तिरंगा को घर घर लाने और 'हर घर तिरंगा' अभियान का हिस्सा बनने के उत्साह के साथ देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ को मनाया जा रहा है।

आज़ादी का अमृत महोत्सव की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च, 2021 को शुरू हुई, जिसने हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75-सप्ताह की उलटी गिनती शुरू की। इस कार्यक्रम में हर जगह भारतीयों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित करने की परिकल्पना की गई है।

कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रीय ध्वज के साथ संबंध को औपचारिक या संस्थागत रखने के बजाय अधिक व्यक्तिगत बनाना है।

“हमने भारत के नक्शे पर एक मानव श्रृंखला बनाई थी, और न केवल बार्डर बल्कि उसके अंदर भी। पहले देश के नक्शे की बार्डर लाइन पर मानव शृंखला बनती थी, लेकिन हमने बीच में तिरंगा और नीला अशोक चक्र बनाकर लोगों को अंदर खड़ा किया। इस कार्यक्रम में कुल 5,335 लोगों ने भाग लिया।'

उन्होंने कहा, "श्री शक्ति ने देश की महिलाओं के महत्व और ताकत को दिखाने के लिए भारत का ये नक्‍शा तैयार किया है।"

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।