इंदौर RTO की वेबसाइट हुई क्रैश, परिवहन विभाग को लाखों का नुकसान
इंदौर में वीआइपी नंबर खरीदने के इच्छुक लोगों को निराशा हाथ लगी दरअसल देर रात परिवहन विभाग की वेबसाइट क्रैश हो गई। इससे परिवहन विभाग को भी लाखों रुपये का नुकसान हो गया। वेबसाइट के माध्यम से कुछ नंबर महंगे दामों पर बेचे जाने थे।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Fri, 22 Apr 2022 08:51 AM (IST)
इंदौर, जेएनएन। वीआईपी नंबर आनलाइन नीलाम करने का दावा करने वाली परिवहन विभाग की वेबसाइट अचानक ही गुरुवार देर रात क्रैश हो गई, जिससे वीआईपी नंबर खरीदने वाले लोग मायूस हो गए। वहीं परिवहन विभाग को भी लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि वीआईपी नंबरों की बोली में एक नई सीरीज शुरू हो गई है और कुछ नंबर महंगे दाम पर बेचे जाने की उम्मीद थी।
जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक अप्रैल माह की दूसरी नीलामी 15 अप्रैल से शुरू हुई थी, जो गुरुवार रात 12 बजे तक चलनी थी। लेकिन इस बार कार नंबरों की नई श्रृंखला, MP09 WM, को बोली में लगाए गए VIP नंबरों की तुलना में अधिक नंबर बेचने की उम्मीद थी। कार के नंबर 0001 के लिए सिर्फ छह दावेदार ही मैदान में थे। देर रात तक बोली चलती रही। इसके अलावा कई और नंबरों के लिए आवेदक या उनके एजेंट बोली लगा रहे थे। लेकिन अचानक सवा बारह बजे जब दावेदारों ने बोली बढ़ाने की कोशिश की तो अचानक परिवहन विभाग की वेबसाइट क्रैश हो गई और बोली लगाने वालों को विजेता घोषित कर दिया गया, जबकि लोग पसंदीदा नंबर के लिए लोग अधिक भुगतान के लिए तैयार थे।
बोली लगाने वाले एजेंटों के अनुसार, पहली बार 0001 नंबर के लिए छह दावेदार थे, यह उम्मीद की जा रही थी कि यह नंबर अधिक कीमत पर बेचा जाएगा, लेकिन अचानक साइट 12:45 पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई और साइट को 12 बजे फिर से शुरू किया गया। लेकिन तब तक सभी नंबर बिक चुके थे। हम बोली बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन ऐसा हो गया। ऐसा कुछ साल पहले भी हुआ था। जब मामले की जांच भी की गई थी। सूत्रों ने बताया कि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के रिश्तेदार को यह नंबर चाहिए था, इसलिए साइट क्रैश हो गई।
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