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Prahalad Singh Patel: पांच बार के सांसद प्रहलाद पटेल, अटल सरकार में भी रहे मंत्री; अब मोहन यादव सरकार के मंत्रिमंडल में हुए शामिल

आज मोहन यादव सरकार के मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में भाजपा के दिग्गज प्रह्लाद सिंह पटेल ने सोमवार को मध्यप्रदेश के मंत्री के रूप में शपथ ली।बता दें कि कुल 28 भाजपा नेताओं ने शपथ ली जिनमें छह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्य मंत्री शामिल हैं। प्रधुम्न सिंह तोमर और विश्वास सारंग दो अन्य सांसद दिग्गज हैं जिन्हें मुख्यमंत्री मोहन यादव के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

By Nidhi Avinash Edited By: Nidhi Avinash Updated: Mon, 25 Dec 2023 04:28 PM (IST)
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पांच बार के सांसद प्रहलाद पटेल (Image: Jagran)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Prahlad Singh Patel: भारतीय जनता पार्टी ने तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) में पार्टी की जीत के बाद शीर्ष पद के चयन पर सस्पेंस कर दिया। छत्तीसगढ़ में जहां बीजेपी ने पहले आदिवासी मुख्यमंत्री की घोषणा की है। वहीं, पार्टी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए मोहन यादव को चुन सभी नेताओं को हैरान कर दिया। भाजपा को मिले दो-तिहाई बहुमत के साथ शिवराज सिंह चौहान और प्रह्लाद सिंह पटेल को मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माना जा रहा था।

हालांकि, आज मोहन यादव सरकार के मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में, भाजपा के दिग्गज प्रह्लाद सिंह पटेल ने सोमवार को मध्यप्रदेश के मंत्री के रूप में शपथ ली।बता दें कि कुल 28 भाजपा नेताओं ने शपथ ली, जिनमें छह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और चार राज्य मंत्री शामिल हैं। प्रधुम्न सिंह तोमर और विश्वास सारंग दो अन्य सांसद दिग्गज हैं जिन्हें मुख्यमंत्री मोहन यादव के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

कौन है प्रह्लाद सिंह पटेल?

प्रह्लाद सिंह पटेल, जिनका पूरा नाम प्रह्लाद सिंह मुलायम सिंह पटेल हैं। वह मध्य प्रदेश के दमोह लोकसभा क्षेत्र से भारतीय संसद के सदस्य हैं। उनका जन्म 28 जून, 1960 को नरसिंहपुर में हुआ था और वह पेशे से वकील हैं। उनके छोटे भाई जालम सिंह पटेल मध्य प्रदेश में मंत्री थे।

प्रह्लाद सिंह पटेल का राजनीतिक सफर

प्रह्लाद सिंह पटेल तीसरे वाजपेयी मंत्रिमंडल में कोयला राज्य मंत्री थे। वह पहली बार 1989 में 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए और फिर 1996 में 11वीं लोकसभा (दूसरा कार्यकाल), 1999 में 13वीं लोकसभा (तीसरा कार्यकाल), 2014 में 16वीं लोकसभा (चौथा कार्यकाल) के लिए फिर से चुने गए।

पेशे से वकील, परिवार में कौन-कौन?

पटेल का चुनाव क्षेत्र दमोह लोकसभा क्षेत्र है। वह भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं। उनके पिता का नाम मुलायम सिंह पटेल और माता का नाम यशोदा बाई हैं। पटेल की शादी 2 दिसंबर, 1991 में पुष्पलता पटेल से हुई। उनका एक बेटा और दो बेटियां है। बात करें पटेल की शिक्षा की तो उन्होंने आदर्श साइंस कॉलेज, जबलपुर से उन्होंने बीएससी में ग्रेजुएशन किया हैं। इसके बाद उन्होंने रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी से फिलॉसफी (दर्शनशास्त्र ) से शिक्षा प्राप्त की हैं। पेशे से वह एक वकील हैं।

पांच बार के सांसद- प्रहलाद पटेल, अटल सरकार में भी रहे मंत्री

लोसकभा के सासंद पटेल 2014 के चुनावों में मध्य प्रदेश के दमोह से निर्वाचित हुए। इसके पूर्व वे अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रिमण्डल में कोयला राज्यमंत्री रह चुके हैं। प्रह्लाद सिंह पटेल ने 1999 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मध्य प्रदेश के बालाघाट से लोकसभा का चुनाव जीता था। वे असंगठित मजदूर संघ के अध्यक्ष और बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे हैं। 1990 के विधानसभा चुनाव के बाद से नरसिंहपुर सीट पर बीजेपी ने चार बार और कांग्रेस ने तीन बार जीत हासिल की है। 2003 में, पटेल के भाई जालम सिंह पटेल ने कांग्रेस के तत्कालीन वित्त मंत्री अजय मुशरान को हराकर भाजपा के टिकट पर सीट जीती थी।

मोदी सरकार में मंत्री

प्रहलाद पटेल कभी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के करीबी सहयोगी थे। भारती के भाजपा से निष्कासन के बाद, उन्होंने 2008 में अपनी नई पार्टी भारतीय जन शक्ति (बीजेएस) बनाई और जालम सिंह ने बीजेएस के टिकट पर नरसिंहपुर से चुनाव लड़ा। हालांकि, वह हार गए और सीट कांग्रेस के खाते में चली गई। जल्द ही पटेल भाजपा में लौट आए और 2013 में, जालम सिंह ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और 48,481 वोटों के अंतर से नरसिंहपुर जीता। उन्होंने 2018 में 14,903 के अंतर से जीत दोहराई। हालांकि, पार्टी में वंशवाद की राजनीति के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद, जालम सिंह को बाहर का रास्ता देखना पड़ा और उनके बड़े भाई प्रहलाद पटेल को चुनावी मैदान में उतारा गया।

प्रह्लाद सिंह पटेल को कई अन्य पदों पर कार्य किया है, जो कुछ इस तरह है:

  • 1982 में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष चुने गए
  • 1986-90 तक वह सचिव, युवा मोर्चा, बीजेपी मध्य प्रदेश के महासचिव रहे।
  • 1990-91 में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति संबंधी स्थायी समिति के सदस्य, कृषि मंत्रालय के सलाहकार समिति के सदस्य रहे।
  • 1996-99 व्हिप, बीजेपी संसदीय दल, शहरी एवं ग्रामीण विकास संबंधी स्थायी समिति के सदस्य रहे।
  • इस दौरान वह विशेषाधिकार समिति के सदस्य, कृषि मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे।
  • 1999-00 के दौरान वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर सदस्य स्थायी समिति और निजी सदस्यों के विधेयकों और संकल्पों के समिति सदस्य रहे।
  • 2000-03 खान और खनिज मंत्रालय के सलाहकार समिति सदस्य रहे।
  • 2011-14 भारतीय जनता मजदूर महासंघ एवं भारतीय जनता मजदूर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
  • 2014 से वह सरकारी आश्वासनों पर सदस्य समिति, ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति के सदस्य, वी.वी. की कार्यकारी परिषद के सदस्य रहे। इस दौरान वह भारतीय जनता मजदूर महासंघ और भारतीय जनता मजदूर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे।
  • दमोह लोकसभा 2019 से पुनः निर्वाचित हुए।
  • 2019 से वह भाजपा सरकार में कैबिनेट राज्य मंत्री रहे।
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