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MP News: MBBS की पढ़ाई ''हिंदी'' में कराने वाला पहला राज्य बना मध्यप्रदेश, शाह कल करेंगे हिंदी कोर्स का विमोचन

MP News मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में कराई जाएगी। इससे पहले भारत के किसी भी राज्य में हिंदी की पढ़ाई हिंदी भाषा में नहीं कराई जाती थी।

By Jagran NewsEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Sat, 15 Oct 2022 04:03 PM (IST)
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MP News: अमित शाह मेडिकल की हिंदी पुस्तकों का विमोचन करेंगे।
भोपाल, जागरण ऑनलाइन डेस्क। मध्यप्रदेश के भोपाल में कल अमित शाह एमबीबीएस हिंदी कोर्स की बुक लॉन्च करेंगे। इस तरीके से मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा जहां एमबीबीएस के छात्र हिंदी भाषा में पढ़ाई कर सकेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल पुस्तकों का विमोचन करेंगे। भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में हिंदी किताब विमोचन का कार्यक्रम आयोजित होगा।

मेडिकल की पढ़ाई कराने वाला पहला राज्य बनेगा मध्यप्रदेश

मालूम हो कि देशभर में अभी तक किसी भी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में नहीं कराई जाती है। यह प्रयास पहली बार मध्यप्रदेश में हुआ है। कल जैसे ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लाल परेड ग्राउंड में एमबीबीएस प्रथम सेमेस्टर की हिंदी किताबों का विमोचन करेंगे।

मध्यप्रदेश के नाम यह उपलब्धि जुड़ जाएगी कि वह पहली बार मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में छात्रों को करा सकेगा।

मालूम हो कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी में कराने के लिए काफी प्रयास किया था, उनके प्रयास को कल अमित शाह अंतिम रूप देकर कामयाब करेंगे।

नीट पास करने के बाद छात्रों को होती थी दिक्कत

मेडिकल की पढ़ाई करने वाले कई छात्र हिंदी मीडियम स्कूलों से आते हैं। बारहवीं कक्षा के आधार और कोचिंग में मेहनत के बाद वह नीट की ऑल इंडिया परीक्षा तो पास कर लेते हैं, लेकिन एमबीबीएस की पढ़ाई में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।

एमबीबीएस का पूरा कोर्स अंग्रेजी में होने के कारण वह मेडिकल की बारिकियों को स्पष्ठ रूप से नहीं समझ पाते थे। अब हिंदी में कोर्स संचालित होने के बाद छात्रों की यह समस्या दूर हो जाएगी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि यह देश के लिए गर्व की बात है कि छात्र मेडिकल की पढ़ाई अब हिंदी में कर सकेंगे। क्योंकि कई छात्र हिंदी पृष्टभूमि के होने की वजह से मेडिकल की पढ़ाई में पीछे रह जाते थे। ऐसे छात्रों के लिए यह कोर्स काफी महत्वपूर्ण और मील का पत्थर साबित होगा।

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