'घर के लिए कई बार किया आवेदन, लेकिन...,' केंद्रीय मंत्री की मौसी ने सुनाई आपबीती; कहा- टूटे मकान में अकेली रहती हूं
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री और टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र खटीक सोमवार को दमोह जिले के तेजगढ़ गांव में स्थित अपने ननिहाल पहुंचे। उनका बचपन यहीं बीता है। यहां पहुंचकर उन्होंने अपनी मौसी तुलसा बाई खटीक के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। सालों बाद भतीजे से मिलकर खुश हुईं बुजुर्ग मौसी ने अपने हाथों से वीरेंद्र खटीक के लिए नाश्ता तैयार किया।
जागरण न्यूज नेटवर्क, दमोह: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री और टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र खटीक सोमवार को दमोह जिले के तेजगढ़ गांव में स्थित अपने ननिहाल पहुंचे। उनका बचपन यहीं बीता है। यहां पहुंचकर उन्होंने अपनी मौसी तुलसा बाई खटीक के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। सालों बाद भतीजे से मिलकर खुश हुईं बुजुर्ग मौसी ने अपने हाथों से वीरेंद्र खटीक के लिए नाश्ता तैयार किया।
केंद्रीय मंत्री की मौसी का टूटा हुआ घर
तुलसा बाई अपने पुराने टूटे मकान में अकेली रहती हैं। उन्होंने अपने भतीजे को बताया कि उन्हें शासन की किसी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि आवास व शौचालय के लिए कई बार आवेदन दिया लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। अपनी मौसी को आश्वस्त करते हुए वीरेंद्र खटीक ने कहा कि उनकी सभी समस्याएं प्रदेश सरकार के मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी निपटा देंगे।
मौसी की नहीं है कोई संतान
तेजगढ़ यात्रा के दौरान वीरेंद्र बचपन के मित्रों से भी मिले। प्रदेश सरकार के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी उनके साथ रहे।गांव में खटिक के बचपन की यादें
मंत्री ने मौसी से अपने बचपन के साथियों के बारे में पूछा और कहा कि अब गांव काफी विकसित हो गया है। उन्होंने कहा कि 50 वर्ष पूर्व यहां की सड़कें छोटी थीं। बचपन की यादें ताजा करते हुए उन्होंने कहा कि वह गर्मियों के दो माह तेजगढ़ में ही रहते थे और गुरैया नदी में घंटों नहाने के बाद भीगे कपड़े पहनकर पके आम तोड़कर खाते थे।
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