Ram Mandir: संगीतमय महागाथा में श्रीराम मंदिर की कहानी सुनाएंगे कलाकार, सीएम मोहन यादव होंगे मुख्य अतिथि
भगवान श्री रामचंद्र जी के जन्म स्थान अयोध्या जो कि सनातन आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है वहां होने जा रहे भगवान राम मंदिर के निर्माण की पूरी गाथा इस कार्यक्रम के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाई जाएगी। उक्त आयोजन में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे। कार्यक्रम में 75 मिनट की संगीतमय महागाथा सुनाई जाएगी। बॉलीवुड लेखक एवं गीतकार प्रबुद्ध सौरभ मंच संचालन करेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Sat, 06 Jan 2024 05:00 AM (IST)
जेएनएन, भोपाल। श्रीराम मंदिर की महागाथा को सुर-संगीत में श्रद्धालु देख और सुन सकेंगे। रवींद्र भवन के हंसध्वनि सभागार में करुणा धाम आश्रम द्वारा सुरमयी आयोजन सात जनवरी को किया जाएगा। इस कार्यक्रम में अयोध्या के राम मंदिर की वर्ष 1525 से लेकर जनवरी 2024 तक की कहानी का संगीतमयी वर्णन होगा।
अयोध्या सनातन आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक
भगवान श्री रामचंद्र जी के जन्म स्थान अयोध्या जो कि सनातन आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है, वहां होने जा रहे भगवान राम मंदिर के निर्माण की पूरी गाथा इस कार्यक्रम के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाई जाएगी। करुणा धाम आश्रम के पीठाधीश्वर गुरुदेव सुरेश शांडिल्य ने बताया कि गाथा श्री राम मंदिर की... यह प्रस्तुति एक लाइव म्यूजिकल बैंड के साथ होगी। इसके प्रस्तुतकर्ता मोहित शिवानी अयोध्या और श्री राम मंदिर की पूरी गाथा सुनाएंगे।
आश्रम के शिष्य-सेवकों की जिम्मेदारियां भी तय की गईं हैं
गुरुदेव सुदेश शांडिल्य ने बताया कि कार्यक्रम को तैयारियां की जा रही हैं। दिशा-निर्देश दिए गए। साथ ही आश्रम के शिष्य-सेवकों की जिम्मेदारियां भी तय की गईं हैं। उक्त आयोजन में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे। कार्यक्रम में 75 मिनट की संगीतमय महागाथा सुनाई जाएगी।बॉलीवुड लेखक एवं गीतकार प्रबुद्ध सौरभ मंच संचालन करेंगे। ह्रदय बैण्ड के शुभम नाथानी द्वारा संगीत दिया जाएगा। राम जन्म-भूमि की तपस्या एवं संघर्ष की सत्य गाथा के इस कार्यक्रम में प्रवेश के लिए निशुल्क पास करुणाधाम आश्रम के कार्यालय में उपलब्ध होंगे।
ऐसे सुनाई जाती है गाथा
गाथा राम मंदिर की, प्रस्तुति एक लाइव म्युजिकल बैंड के साथ होती है। इसमें प्रस्तुतकर्ता मोहित शेवानी अयोध्या और श्रीराम मंदिर की पूरी गाथा सुनाते हैं। यह गाथा श्रीराम से चल कर लवकुश से होती हुई वृहद बल और वर्तमान में पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ तक आती है। इस गाथा में अयोध्या पर हुए तमाम हमलों और अयोध्या के रक्षकों की चर्चा है।सात संतों को मिला आमंत्रण
22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है। जिसके लिए मध्य भारत प्रांत के 32 जिलों से 121 चयनित संतों को आमंत्रण दिया गया है। इसमें रामप्रवेशदास, सुदेश शांडिल्य, अनिलानंद, जगदीश दास त्यागी, रामदास त्यागी, कन्हैयादास, रविंद्रदास महाराज शामिल हैं।
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