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MP News: क्रिप्टो एक्सचेंज तैयार कर 10 हजार लोगों से ठगे पांच करोड़ रुपये, बिटकॉइन की तरह मुनाफे का झांसा देकर बनाते थे शिकार

मामले में आरोपियों ने फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज बनाकर देशभर के करीब 10 हजार लोगों को जोड़ा और उनसे करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी की है। क्रिप्टो एक्सचेंज बनाने वाले मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है। गिरोह का सीधा संपर्क दुबई से मिला है। गिरफ्तार दोनों आरोपी भी एफआईआर की भनक लगने के बाद दुबई भागने के फिराक में थे कि पकड़े गए।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Sat, 11 May 2024 08:15 PM (IST)
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डिजिटल कॉइन में वेबसाइट के जरिए ठगी करने वाले शातिर जालसाज को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण न्यूज नेटवर्क, भोपाल। क्रिप्टो करेंसी और बिटकॉइन की तरह डिजिटल कॉइन में वेबसाइट के माध्यम से निवेश कराने व करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर ठगी करने वाले शातिर जालसाज को साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साइबर पुलिस ने मध्य प्रदेश के शाजापुर निवासी त्रिलोक पाटीदार और उसके साथी भोपाल निवासी अमर लाल बाधवानी को गिरफ्तार किया है।

मामले में आरोपियों ने फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज बनाकर देशभर के करीब 10 हजार लोगों को जोड़ा और उनसे करीब पांच करोड़ रुपये की ठगी की है। क्रिप्टो एक्सचेंज बनाने वाले मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है। गिरोह का सीधा संपर्क दुबई से मिला है। गिरफ्तार दोनों आरोपी भी एफआईआर की भनक लगने के बाद दुबई भागने के फिराक में थे कि पकड़े गए। अब इस मामले में सेंट्रल एजेंसियों को सूचना दी जा रही है।

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साइबर पुलिस के मुताबिक, भोपाल के कटारा हिल्स निवासी राजेंद्र विराज सिंह ने शिकायत की थी कि वेबसाइट के माध्यम से क्रिप्टो में निवेश कर रुपये को तीन गुना करने का झांसा देकर उनके एक लाख 15 हजार रुपये हड़प लिए गए। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की तो सबसे पहले ग्राम बेहराबल, जिला शाजापुर निवासी त्रिलोक पाटीदार को हिरासत में लिया। वह नर्मदापुरम रोड स्थित विद्यानगर में किराए के कमरे में रह रहा था।

पूछताछ में उसने क्रिप्टो एक्सचेंज से माध्यम से ठगी के धंधे का राजफाश किया। त्रिलोक ने ही बताया कि वेबसाइट को बनाने में जेके रोड पिपलानी निवासी अमर लाल बाधवानी का भी सहयोग था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक्सचेंज बनाने वाला मुख्य आरोपी हाथ नहीं आया। आरोपियों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड, लैपटाप और एक पीसी जब्त किया गया है।

देशभर में बनाई 10 हजार लोगों की आईडी

शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि त्रिलोक पाटीदार गोल्ड डेजर्ट कॉइन नामक कंपनी का मुख्य प्रमोटर है। वह अलग-अलग राज्यों में जाकर जीडीसी कॉइन (ग्लोबल डिजिटल क्लस्टर कॉइन, जो एक नए जमाने का प्रोटोकॉल है और जो डिजिटल संपत्ति को अंतरराष्ट्रीय भुगतान और अनुप्रयोगों के लिए एक केंद्र के रूप में सेवा करने की अनुमति देता है) में निवेश करने के लिए लोगों को उकसाता था। वह कहता था कि जो निवेश करेंगे, उन्हें बिटकॉइन की तरह मुनाफा होगा। उसने 10 हजार लोगों को जोड़ा और उनकी आइडी तैयार की। इस तरह वह अब तक करीब पांच करोड़ रुपये ठग चुका है।

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खुद का क्रिप्टो एक्सचेंज बनाकर करने लगा ठगी

पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि त्रिलोक पाटीदार ने 40 लाख रुपये खर्च कर ट्रेड क्रिप्टो 24 के नाम से क्रिप्टो एक्सचेंज बनाया। इसके लिए उसने जीडीसी कॉइन और ट्रेड क्रिप्टो 24 एक्सचेंज का कहीं भी कोई पंजीयन नहीं कराया। यह एक्सचेंज लोगों से निवेश कराकर उनसे ठगी के लिए ही बनाया गया। आरोपी छोटे-छोटे पे-आउट करते थे। बड़े पे-आउट रोक देते थे। लोगों को लगता था कि निवेश किए गए रुपये में मुनाफा मिल रहा है। आरोपी पूरे देश में वेबसाइट का उपयोग कर ठगी कर रहे थे।

निवेश की राशि का तीन गुना देकर फंसाया

त्रिलोक पाटीदार ने राजेंद्र विराज सिंह से बेवसाइट golddesertcoin.info के माध्यम से एक लाख 15 हजार रुपये निवेश कराया और बताया कि डीजीसी कॉइन में निवेश करने पर उसके रुपये करीब तीन गुना हो जाएंगे। पीड़ित को जब कोई लाभ नहीं हुआ तो उसने पुलिस में इसकी शिकायत कर दी।