MP: गंगा-जमुना स्कूल विवाद को लेकर जांच तेज, प्रिंसिपल समेत तीन लोग गिरफ्तार; पुलिस अब भी कर रही छापेमारी
Damoh School Row स्कूल में हिंदू लड़कियों का हिजाब पहने हुए पोस्टर वायरल होने के बाद गंगा-जमुना स्कूल के खिलाफ जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में प्रिंसिपल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य के लिए छापेमारी कर रही है।
दमोह, एएनआई। मध्य प्रदेश के गंगा-जमुना स्कूल विवाद में पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। रविवार को अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है।
दरअसल, यह मामला तब शुरू हुआ है, जब वहां कुछ हिन्दू लड़कियों का हिजाब पहना हुआ एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद से ही इस मामले में जांच की जा रही है।
प्रिंसिपल समेत तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने कहा, "गिरफ्तार किए गए लोगों में स्कूल के प्रिंसिपल, एक शिक्षक और एक सुरक्षा गार्ड शामिल हैं।" दमोह के एसपी राकेश सिंह ने बताया कि फिलहाल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
कई धाराओं के तहत मामला दर्ज
वहीं, आरोपी के वकील अनुनय श्रीवास्तव ने कहा, "आज रविवार होने के कारण सेशन कोर्ट बंद है, इसलिए सोमवार को अपील की जाएगी।" गंगा जमुना स्कूल को लेकर विवाद बढ़ने के बाद पुलिस ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295, 506 और किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
लड़कियों के बयान को संज्ञान में लिया
दमोह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राकेश सिंह ने कहा, "कल दो-तीन लड़कियों के बयान सामने आए, जिसके बाद लगा कि उनका बयान गौर करने लायक है और जांच समिति ने वह बयान हमें भी भेजा है, जिसे संज्ञान में लिया गया।"
सीएम शिवराज ने दिए थे जांच के आदेश
एसपी ने बताया कि अब स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों के बयान दर्ज किए जाएंगे और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर जांच कर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई ।
प्रदेश में चल रही धर्मांतरण की साजिश
एसपी चौहान ने कहा, "प्रदेश में कुछ जगहों पर धर्मांतरण की साजिशें चल रही हैं और हम उन्हें कामयाब नहीं होने देंगे। हमने पूरे प्रदेश में खासकर शिक्षण संस्थानों में जांच के भी निर्देश दिए हैं कि क्या यह मदरसा है या यहां गलत तरीके से शिक्षा दी जा रही है।"
साथ ही, एसपी ने कहा, "दमोह मामले में अब हमें रिपोर्ट मिल रही है और मुझे बताया गया है कि बयान देने वाली बेटियों को जबरन फंसाया गया है। यह बेहद गंभीर मामला है, कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
स्कूल में नहीं दिखी उचित व्यवस्था
इससे पहले मध्य प्रदेश माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मान्यता नियम 2017 एवं संशोधित नियम 2020 का पालन नहीं करने पर गंगा जमुना उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की संबद्धता निलंबित कर दिया गया था।
एक सर्कुलर के मुताबिक, विद्यालय में पुस्तकालय की समुचित व्यवस्था नहीं थी, प्रयोगशाला के कमरों में पुराना फर्नीचर व पुरानी सामग्री रखी हुई थी तथा विद्यालय में प्रयोग की उचित सामग्री नहीं थी। स्कूल में 1,208 छात्र पंजीकृत थे और लड़के-लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालयों की उचित व्यवस्था भी न थी और न ही शुद्ध पेयजल था।