Republic Day: राज्यपाल भोपाल तो मुख्यमंत्री उज्जैन में फहराएंगे राष्ट्रध्वज, पूर्व सीएम कमलनाथ ने कही बड़ी बात
गणतंत्र दिवस पर शुक्रवार को भोपाल के लाल परेड मैदान पर मुख्य कार्यक्रम होगा। इसमें राज्यपाल मंगुभाई पटेल राष्ट्रध्वज फहराएंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। इससे पहले सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सुशासन की अवधारणा को शत-प्रतिशत धरातल पर उतारते हुए जनकल्याणकारी कार्य जारी रहेंगे। वहीं कमल नाथ ने कहा कि गणतंत्र दिवस हमें अपने संवैधानिक मूल्यों की याद दिलाता है।
By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Fri, 26 Jan 2024 04:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, भोपाल। गणतंत्र दिवस पर शुक्रवार को भोपाल के लाल परेड मैदान पर मुख्य कार्यक्रम होगा। इसमें राज्यपाल मंगुभाई पटेल राष्ट्रध्वज फहराएंगे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे।
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए अपील की है कि राष्ट्र के गौरवपूर्ण अतीत एवं समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप निरंतर कर्म-पथ पर चलते हुए मध्य प्रदेश को विकसित एवं आत्म-निर्भर बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें।
उधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुशासन की अवधारणा को शत-प्रतिशत धरातल पर उतारते हुए जनकल्याणकारी कार्य जारी रहेंगे। गणतंत्र में जनमन की अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए हम सभी दृढ़संकल्पित होकर कार्य करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
बहुमत का संविधानसम्मत होना अति आवश्यक -कमल नाथ
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि गणतंत्र दिवस हमें अपने संवैधानिक मूल्यों की याद दिलाता है। हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू कर भारत को गणराज्य बनाया। यह इस बात की गारंटी देता है कि केवल बहुमत के बल पर कोई बात सही साबित नहीं की जा सकती या देश पर लागू नहीं की जा सकती। उस बहुमत का संविधानसम्मत होना अति आवश्यक है। इस तरह संविधान समाज के बहुसंख्यक, अल्पसंख्यक, भाषाई अल्पसंख्यक, अन्य पिछड़ा वर्ग, दलित, आदिवासी, महिला, बच्चे यहां तक कि समस्त प्राणियों को उनके अधिकार देने की घोषणा करता है, भले ही उनके पास वोट की शक्ति कम या अधिक हो।