MP News: जीका वायरस का खतरा बढ़ा, गर्भवती महिलाओं के लिए ज्यादा खतरनाक; केंद्र के बाद राज्य ने जारी की एडवाजरी
महाराष्ट्र में जीका के मामले सामने आने के बाद अब मप्र में भी अलर्ट जारी किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जीका वायरस को लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। राज्य ने भी अलर्ट जारी कर सभी सीएमएचओ को अस्पतालों में व्यवस्थाएं रखने के साथ ही निगरानी बढ़ाने और गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्क्रीनिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
जेएनएन, भोपाल। महाराष्ट्र में जीका के मामले सामने आने के बाद अब मप्र में भी अलर्ट जारी किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जीका वायरस को लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। इसके बाद राज्य ने भी अलर्ट जारी कर सभी सीएमएचओ को अस्पतालों में व्यवस्थाएं रखने के साथ ही निगरानी बढ़ाने और गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्क्रीनिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि शहर में डेंगू के अब तक 56 मामले आ चुके हैं। जीका का वायरस ट्रांसमिशन करता है और पुणे से कई लोग महाराष्ट्र या पुणे की यात्रा करते हैं। ऐसे में यहां भी संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ जाती है। यही कारण है कि अब राज्य सरकार ने भी जीका को लेकर सभी जिलों को अलर्ट पर रहने को कहा है।
गर्भवती से उसके बच्चे में भी फैलता है जीका वायरस
हमीदिया अस्पताल के न्यूरोमेडिसिन विशेषज्ञ डा. आयुष दुबे ने बताया कि जीका वायरस एडीज मच्छर से फैलता है। यह मच्छर डेंगू, चिकनगुनिया और यलो फीवर का कारण भी बनता है। यह ज्यादातर दिन के समय (अलसुबह और दोपहर) काटता है। वायरस प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती से उसके बच्चे में भी फैलता है।शारीरिक संबंध बनाने के दौरान एक से दूसरे इंसान में ट्रांसमिट होता है। संक्रमित इंसान का ब्लड ट्रांसफ्यूजन या आर्गेन ट्रांसप्लांटेशन होने पर भी इंफेक्शन फैल सकता है। इस बीमारी से संक्रमित गर्भवती महिलाओं को होने वाले बच्चों का मस्तिष्क पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता और उनके सिर का आकार सामान्य से कम होता है।इस वजह से जीका वायरस संक्रमण चिंता का विषय बना हुआ है। भारत में साल 2016 में जीका वायरस के संक्रमण का पहला मामला दर्ज किया गया था। उसके बाद से तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कर्नाटक में भी इसके संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं।
तेजी से बुखार और चकते आते हैं
जेपी अस्पताल के अधीक्षक डा. राकेश श्रीवास्तव के अनुसार शरीर पर चकत्ते, तेज बुखार आना, मांसपेशियों व सिर दर्द, बेचैनी और आंखें लाल होना जीका बुखार का लक्षण है। जीका वायरस की जांच के लिए खून की जांच कराई जाती है। इसकी जांच एम्स और जीएमसी स्थित रीजनल वायरोलाजी लैब में होती है।
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