पत्नी साधना संग शिवराज ने की मां नर्मदा की पूजा, बोले- भाई और मामा का रिश्ता स्थायी, पदों से इसका कोई संबंध नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को अमरकंटक में अपनी पत्नी साधना सिंह संग मिलकर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की और राज्य के कल्याण और विकास के लिए प्रार्थना की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बचपन से नर्मदा मैया की गोद में पला-बढ़ा हूं। उन्होंने कहा कि राज्य के सेवक के नाते जनता से मेरा रिश्ता भाई और मामा का है।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को अमरकंटक में अपनी पत्नी साधना सिंह संग मिलकर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की और राज्य के कल्याण और विकास के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि मां नर्मदा से प्रार्थना है कि हमारे नए मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में लोककल्याण और विकास के कार्यों में निरंतरता बनी रहे, राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छुए।
शिवराज सिंह चौहान ने 'एक्स' पर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की तस्वीर शेयर की। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बचपन से नर्मदा मैया की गोद में पला-बढ़ा हूं और मां की कृपा से ही लोकसेवा के काम किए हैं। मैं विधानसभा चुनाव से पहले भी आया था और मां के चरणों में प्रार्थन की थी कि राज्य के विकास और जनकल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजनाओं के उचित क्रियान्वयन के लिए भाजपा की सरकार बने।
मैं बचपन से नर्मदा मैया की गोद में पला-बढ़ा हूँ और माँ की कृपा से ही लोकसेवा के कार्य किए हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले मैंने माँ के चरणों में प्रार्थना की थी कि प्रदेश के विकास और जनकल्याण के कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए तथा आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की योजनाओं के… pic.twitter.com/yiMJ0InzDR— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 22, 2023
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनी है तो मैंने उस वक्त संकल्प किया था कि मैं दोबारा मां के चरणों को प्रणाम करने आऊंगा। मां से प्रार्थना है कि हमारे नए मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में लोककल्याण और विकास के कार्यों में निरंतरता बनी रहे, राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छुए। उन्होंने कहा,
चुनाव के दौरान जनता के बीच जाकर मैंने कई संकल्प व्यक्त किए थे। चाहे वह माता, पिता, बहन, किसान इत्यादि के संबंध में हो। जैसे यही पर हमने नर्मदा लोक बनने का तय किया था। यह तमाम संकल्प पूरे हो, नई सरकार इन संकल्पों को पूरा करेगी। मैं पूरी तरह से सहयोग करूंगा और जब जरूरत पड़ेगी तो सरकार को ध्यान भी दिलाऊंगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के सेवक के नाते, जनता से मेरा रिश्ता भाई और मामा का है। भाई और मामा का रिश्ता स्थायी होता है, पदों से इसका कोई संबंध नहीं होता। मैं अपने भाइयों-बहनों, भांजे-भांजियों की सेवा में निरंतर लगा रहूंगा।