Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

श्रद्धा मर्डर केस ने दिलाई भोपाल के साइको किलर की याद, प्रेमिका को बेडरूम में दफना प्रेमी ने बनाया चबूतरा

आकांक्षा को उदयन की राज का पता चल गया था। वह उसके साथ सारे रिश्‍ते तोड़कर अपने घर वापस लौटना चाहती थी। 14 जुलाई 2016 की रात दोनों के बीच जमकर बहस हुई और 15 जुलाई की सुबह उदयन ने आकांक्षा की हत्‍या कर दी।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Tue, 15 Nov 2022 01:25 PM (IST)
Hero Image
श्रद्धा मर्डर केस ने दिलाई महरौली हत्‍याकांड की याद

भोपाल, जागरण आनलाइन डेस्‍क। दिल्‍ली से पिछले दिनों श्रद्धा मर्डर केस की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। इसमें 28 साल के युवक आफताब ने अपनी लिव इन रिलेशनशिप पार्टनर 28 साल की श्रद्धा वॉकर की बड़ी ही बेदर्दी से हत्‍या कर दी।

उसने पहले श्रद्धा का गला घोंटा और फिर उसके शव के करीब 35 टुकड़े कर फ्रिज में रख दिए। इसके बाद वह करीब दो महीने तक शव के टुकड़ों को एक-एक कर छतरपुर के जंगलों और अलग-अलग जगहों में फेंकता गया। इस बर्बर हत्‍याकांड ने भोपाल के साइको किलर उदयन दास की याद दिला दी, जिसने अपनी लिव-इन पार्टनर की नृशंस हत्‍या कर उनके शव को संदूक में डालकर उस पर सीमेंट-कांक्रीट का चबूतरा बना दिया था।

इतना ही नहीं, गर्लफ्रेंड की हत्‍या से पहले वह अपने माता-पिता की भी रायपुर स्‍थित घर में हत्‍या कर उनके शवों को बगीचे में दफना चुका था। इस मामले में आरोपित को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी।

Shraddha Walker Murder Case: फ्रिज खोलकर रोज देखता था श्रद्धा का चेहरा, पुलिस पूछताछ में 7 चौंकाने वाले खुलासे

2010 में माता-पिता की घर में की थी हत्‍या

उदयन दास अपने माता-पिता का इकलौता संतान था। उदयन ने साल 2010 में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित घर पर उनकी हत्‍या कर दी थी और उनके शवों को घर के बगीचे में दफना दिया था।

पुलिस की शुरुआती पूछताछ में उसने बताया था कि मां इंद्राणी दास अमेरिका में रहती हैं, जबकि पापा वीके दास की बीमारी से मौत हो चुकी है। जबकि उसने पहले मां और फिर पिता की हत्या की थी।

उसके पिता सरकारी प्रतिष्ठान भेल में नौकरी करते थे, जबकि मां भोपाल में सरकारी विभाग में डेटा विश्लेषक के रूप में काम करती थीं। उनके पास रायपुर, दिल्ली और भोपाल में तीन घर थे।

2016 में लिव-इन पार्टनर को उतारा था मौत के घाट

उदयन ने जुलाई,2016 में अपनी लिव-इन पार्टनर आकांक्षा शर्मा की भोपाल स्थित घर में ही हत्या कर दी थी। इसके बाद किसी को शक न हो और सबूत मिटाने के लिए उसने शव को एक बॉक्‍स में रखकर बेडरूम के अंदर गाड़कर उस पर कांक्रीट का चबूतरा बना दिया था।

2007 में हुई थी दोनों की मुलाकात

उदयन की आकांक्षा से मुलाकात साल 2007 में एक सोशल नेटवर्किंग पोर्टल के माध्यम से हुई थी। उसने आकांक्षा को बताया था कि वह अमेरिका में काम करता है। आकांक्षा बंगाल के बांकुड़ा जिले की मूल निवासी थी। जून, 2016 दिल्‍ली में उसकी उदयन से पहली मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों भोपाल पहुंचे और लिव इन रिलेशन में रहने लगे। बाद में उदयन की असलियत सामने आई, तो दोनों के रिश्‍ते में खटास आ गई थी।

Aaftab Poonawalla: रेफ्रीजरेटर में श्रद्धा की लाश और बिस्तर पर गर्लफ्रेंड, आफताब ने कैसे नहीं लगने दी भनक?

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें