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मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच बनेगा आध्यात्मिक कॉरिडोर, चलेंगी वंदेभारत एक्सप्रेस और इलेक्ट्रिक बसें

मध्य प्रदेश और राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों को आपस में जोड़ने के लिए आध्यात्मिक कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके अंतर्गत राजस्थान के खाटू श्याम व नाथद्वारा मंदिर के साथ ही मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर व ओंकारेश्वर के लिए वंदेभारत एक्सप्रेस व इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। सीएम मोहन यादव ने कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश भाई-भाई हैं मिलकर विकास कार्य करेंगे।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Published: Mon, 01 Jul 2024 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jul 2024 06:00 AM (IST)
मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच बनेगा आध्यात्मिक कॉरिडोर

राज्य ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश और राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों को आपस में जोड़ने के लिए आध्यात्मिक कारिडोर बनाया जाएगा। इसके अंतर्गत राजस्थान के खाटू श्याम व नाथद्वारा मंदिर तथा मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर व ओंकारेश्वर के लिए वंदेभारत एक्सप्रेस व इलेक्टि्रक बसें चलाई जाएंगी।

आध्यात्मिक कारिडोर बनाने का उद्देश्य दोनों राज्यों के बीच पर्यटन सर्किट विकसित करना है। इसी कड़ी में श्रीकृष्ण गमन पथ का भी निर्माण किया जाएगा, जिसके तहत दोनों राज्यों में स्थित श्रीकृष्ण से जुड़े धार्मिक स्थलों को एक-दूसरे से जोड़ने पर काम किया जाएगा।

दोनों राज्यों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर

रविवार को भोपाल में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिए। पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना के क्रियान्वयन को लेकर दोनों राज्यों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।

भजनलाल शर्मा ने कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना की मांग लंबे समय से थी, पर करने के लिए ²ढ़ इच्छा शक्ति होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस परियोजना को मूर्त रूप देने का काम किया है। अब दोनों राज्य मिलकर इसे आगे बढ़ाएंगे। परियोजना में कुल 17 बांध बनाए जाएंगे। मोहन यादव ने कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश भाई-भाई हैं, मिलकर विकास कार्य करेंगे।


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