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MP: घर में दो दिनों तक फांसी के फंदे से लटकी रहीं बेटे, मां और पिता की लाशें, अखबार और दूध के पैकेट से हुआ खुलासा

ग्वालियर में इकलौते बेटे की आत्महत्या के बाद माता-पिता ने भी अपनी जान दे दी। घटना 26 जनवरी की मानी जा रही है। हालांकि पुलिस को इसकी जानकारी रविवार को मिली। पुलिस को घर के अंदर से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। घर के अंदर का नजारा काफी डरा देने वाला था। हर जगह खून बिखरा हुआ था और तीनों की लाश फांसी के फंदे से लटकी हुई थी।

By Jagran News Edited By: Nidhi Avinash Updated: Mon, 29 Jan 2024 11:11 AM (IST)
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घर से मिली मां, बेटे और पिता की लाश (Image: Jagran)

जागरण न्यूज डेस्क, ग्वालियर। Triple Murder Case: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। शहर के हुरावली इलाके में 17 साल के इकलौते बेटे की आत्महत्या के बाद माता-पिता ने भी फांसी लगाकर जान दे दी। हैरान कर देने वाली बात यह है कि तीनों की लाश दो दिनों तक घर के अंदर लटकी रही, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी।

पुलिस को घर के अंदर से बिल्डर जितेंद्र उर्फ जीतू झा, प्रिंसिपल पत्नी त्रिवेणी और बेटे अचल की फांसी से लटकी लाश मिली। घर के हालात काफी परेशान कर देने वाले थे। जीतू के दोनों हाथ चाकू से कटे हुए थे वहीं पूरे घर में खून बिखरा पड़ा था। पुलिस को घर से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें जितेंद्र नाम के एक शख्स को मौत का जिम्मेदार ठहराया गया है।

सुसाइड नोट में क्या है लिखा?

माना जा रहा है कि जीतू ने मरने से पहले यह सुसाइड नोट लिखा था जिसमें उन्होंने अपने पार्टनर देवेंद्र पाठक को जिम्मेदार ठहराया है। नोट में लिखा है 'मेरे बेटे की मौत का जिम्मेदार देवेंद्र पाठक है। देवेंद्र पाठक साक्षी अपार्टमेंट के सामने काली कॉलोनी में रहता है। देवेंद्र ने उसे बहुत परेशान किया था। इस वजह से उसने फांसी लगाई है। देवेंद्र को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।'

पुलिस का मानना है कि जीतू के बेटे के साथ देवेंद्र ने कुछ ऐसा किया जो वह झेल नहीं पाया और फांसी लगा ली। इकलौते बेटे की मौत माता-पिता झेल नहीं पाए और दोनों ने भी फांसी लगा ली।

कैसे हुआ खुलासा?

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह घटना 26 जनवरी को हुई होगी। अखबार घर के बाहर ही पड़ा हुआ था। दूध का पैकेट भी स्कूटर पर टंगी हुई मिली। दो दिनों से घर का एक भी शख्स फोन नहीं उठा रहा था जिसके बाद जीतू के रिश्तेदार घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।

जब पुलिस की टीम घर के अंदर घुसी तो नजारा काफी भयानक था। बैठक से लेकर किचन तक खून फैला हुआ था। बेटे अचल के कमरे से दो कटर, एक हथौड़ा मिला। पास में एक ग्रिल तक पहुंचने के लिए एक उल्टी बाल्टी रखी हुई थी। ग्रिल निकली हुई थी। सवाल है कि आखिर ये ग्रिल किसने और क्यों निकाली? पुलिस इन सभी की जांच में जुट गई है।

हत्या या आत्महत्या?

पुलिस हत्या और आत्महत्या के एंगलों से जांच कर रही हैं। तीनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया गया है जिसके बाद डॉक्टर भी इसे सीधा आत्महत्या नहीं मान रहे है। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी राजेश सिंह चंदेल, एएसपी ऋषिकेष मीणा, फोरेंसिक एक्सपर्ट डा.अखिलेश भार्गव, सीएसपी हिना खान फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसएसपी ने बताया कि देवेंद्र पाठक की तलाश चल रही है, उसके पकड़े जाने पर कहानी स्पष्ट हो सकेगी। उसकी लोकेशन उटीला मिली है।

इसे पुलिस हत्या भी मान रही है क्योंकि अचल की लाश फंदे से लटकी मिली, लेकिन नीचे एक टेबल रखा हुआ। इस टेबल पर चढ़कर फांसी लगाना संभव नहीं है। पुलिस कयास लगा रही है कि अचल इतनी ऊंचाई पर टंगे पंखे तक पहुंचा कैसे होगा? हालांकि, दंपत्ति के पास से नसैनी मिली है जिस पर चढ़कर दोनों ने फांसी लगाई गई होगी। माना जा रहा है कि बेटे की मौत बर्दाश्त नहीं कर पाने के कारण माता-पिता पहले नसैनी पर पैर रखकर ग्रिल तक चढ़े और फिर फांसी लगा ली। अब यह हत्या है या आत्महत्या इसका पता पुलिस लगाने में जुट गई है।

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