Bandhavgarh Tiger Reserve: तालाब के किनारे हो रहा है बजरंग और रॉ का मिलन, परवान चढ़ रही है दोनों की लव स्टोरी
Bandhavgarh Tiger Reserve भद्रशिला तालाब के आसपास बजरंग और रॉ का मिलन लोगों के आकर्षण का केंद बना हुआ है। बाघिन रॉ के साथ बजरंग की प्रेम कहानी चल रही है। बाघिन के चार शावक भी हैं लेकिन बजरंग रॉ के बच्चों को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
By Jagran NewsEdited By: Babita KashyapUpdated: Sat, 08 Oct 2022 07:44 AM (IST)
उमरिया, संजय कुमार। Bandhavgarh Tiger Reserve: इन दिनों दादराहा फीमेल रॉ का भद्रशिला और उसके आसपास आना-जाना बदस्तूर जारी है। इस इलाके में सक्रिय बजरंग यहां रॉ के शावकों के आने जाने में भी खलल नहीं डाल रहा है।
इन दिनों बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी रेंज में सड़क के किनारे स्थित भद्रशिला तालाब के बजरंग बाघ इन दिनों अपना कब्जा जमाए हुए है। किसी अन्य बाघ का इस क्षेत्र में आना आसान नहीं है, लेकिन दादरा फीमेल रॉ को अक्सर अपने शावकों के साथ यहां देखा जाता है और यह संभव है क्योंकि बजरंग का उनके प्रति आकर्षण लगातार बढ़ रहा है।
बजरंग और रॉ का मिलन
इस इलाके में बाघिन रॉ के साथ उनकी प्रेम कहानी चल रही है। बाघिन के चार शावक भी हैं, लेकिन बजरंग रॉ के बच्चों को नुकसान नहीं पहुंचाता है। लोग अक्सर भद्रशिला तालाब के आसपास बजरंग और रॉ का मिलन देखते हैं।यही कारण है कि ददराहा फीमेल रॉ और भीम का बेटा बजरंग इन दिनों पर्यटकों को काफी आकर्षित कर रहे हैं। मगधी पर्वतमाला से बांधवगढ़ के जंगल में प्रवेश करने वाले पर्यटकों को अक्सर इन दोनों की झलक देखने को मिलती है।
कैसे पड़ा नाम बजरंग
बजरंग का ठाठ एक राजा की तरह रहता है। दरअसल इस इलाके में कभी बजरंग के पिता भीम का दबदबा था और इससे सटे इलाके में बजरंग की मां का राज हुआ करता था। इसी वजह से इस क्षेत्र में पैदा हुए बजरंग ने यहां अपना वर्चस्व कायम रखा है। बजरंग के साथ एक भाई और एक बहन भी थे जो जंगल के दूसरे हिस्से पर राज किया। बजरंग पूरी तरह से अपने पिता भीम पर चला गया, इसलिए गाइडों ने विशाल डीलडोल की वजह से इसका नाम बजरंग रखा है।
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