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Satna Crime: 11 साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोपियों के घर चला बुलडोजर, मासूम की हालत नाजुक

मध्य प्रदेश के सतना में 11 साल की बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है लेकिन उसकी हालत अब भी नाजुक बताई जा रही है। प्रशासन ने पाया कि आरोपियों के घर अवैध तरीके से बनाए गए थे जिसके बाद उन्हें जमींदोज कर दिया गया।

By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Sat, 29 Jul 2023 01:01 PM (IST)
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11 साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
भोपाल, ऑनलाइन डेस्क। मध्यप्रदेश के सतना जिले के मैहर में 11 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म का मामला में प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

साथ ही, प्रशासन ने पाया कि उनके घर अवैध तरीके से बनाए गए थे, जिसके बाद उनके घरों को भी जमींदोज कर दिया गया है। इस बात की जानकारी प्रशासन की ओर से दी गई। फिलहाल, दुष्कर्म पीड़िता की हालत बहुत ही नाजुक बनी हुई है, जिसका इलाज जारी है।

प्रशासन ने चलाया बुलडोजर

शनिवार की सुबह 11 बजे प्रशासन ने उदयपुर स्थित आरोपी रविंद्र चौधरी और अतुल बढौलिया के परिजनों को नोटिस भेजे जाने के बाद उनके घर पर बुलडोजर चला दिया। जांच में पाया गया कि दोनों आरोपियों का घर अवैध रूप से बना हुआ है, जिसे शनिवार जेसीबी की सहायता से तोड़ा गया। दोनों आरोपी मैहर मंदिर प्रबंध समिति की गौशाला के कर्मचारी हैं।

आंखों के सामने आरोपियों को होनी चाहिए फांसी

पीड़िता के परिजनों में गुस्सा भरा हुआ है। बच्ची के दादा का कहना है कि उन दरिंदों को फांसी दी जानी चाहिए और अगर उन्हें छोड़ दिया गया, तो ये लोग उन्हें जान से मार डालेंगे। वहीं, मासूम की मां का कहना है कि दोनों आरोपियों को उनके सामने फांसी पर लटकाना चाहिए।

पीड़िता के दादा ने बताया कि जब बच्ची उनके पास पहुंचे, तो लगा जैसे कि वो मर चुकी है, लेकिन उसकी सांसे चल रही थी। जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।

क्या है पूरी घटना?

बच्ची बीते गुरुवार की दोपहर करीब एक बजे घर के बाहर गई थी और उसी दौरान से लापता था। इसके बाद परिजनों ने उसे खोजने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो नहीं मिली। इसके बाद शुक्रवार सुबह वह खून में लथपथ होकर अपने घर लौटी। बच्ची की हालत बेहद खराब थी और वजह पूछे जाने पर उसने अपने परिजन को वारदात की जानकारी दी।

बेहतर इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल में रेफर

पुलिस ने पीड़िता को परिजन और स्टाफ के साथ मेडिकल चेकअप के लिए मैहर सिविल हॉस्पिटल भेजा। यहां जांच के बाद बच्ची को इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल भेज दिया गया है। जानकारी मिलते ही मैहर एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी लोकेश डावर, टीआई अनिमेष द्विवेदी और तहसीलदार जितेंद्र पटेल भी सिविल अस्पताल पहुंचे।

मेडिकल में हुई दुष्कर्म की पुष्टि

पुलिस अधिकारियों ने घटना की जानकारी ली और डॉक्टर से बच्ची की स्थिति का जायजा लिया। डॉक्टरों ने मेडिकल चेकअप के आधार पर पुष्टि की कि बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है। मैहर एसडीएम सुरेश जाधव ने बताया कि नाबालिग को बेहतर इलाज के लिए रीवा रेफर किया है। टीआई अनिमेष द्विवेदी उसके साथ गए हैं।

हिरासत में लिए गए दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि अभी भी पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। उसके इलाज के लिए समुचित उपाय किए जा रहे हैं।

दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी

इस घटना को अंजाम देने वाले दरिंदों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। दरअसल, दुष्कर्म के बाद भी हैवानों को संतोष नहीं हुआ। आरोपियों ने नाबालिग के नाजुक अंग में लकड़ी डाल दी। पीड़ित बच्चे के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कलेक्टर अनुराग वर्मा द्वारा रेड क्रॉस चेक 50000 की आर्थिक सहायता कराई गई है।

सीएम ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर दुख और गुस्सा जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर ट्वीट शेयर करते हुए लिखा, "मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है, मन पीड़ा से भरा हुआ है, व्यथित हूं। मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए। पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए। कोई भी अपराधी बचेगा नहीं,  कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।"

कमल नाथ ने साधा सरकार पर निशाना

मासूम से सामूहिक दुष्कर्म की इस घटना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा, "मैहर में छोटी बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना अत्यंत निंदनीय है। बच्ची के साथ निर्भया कांड की तरह अमानवीय व्यवहार किये जाने की बात भी सामने आ रही है।"

साथ ही कहा, "प्रदेश में आए दिन बच्चियों के साथ अत्याचार की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि शिवराज सरकार बहन-बेटियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि बेटी को अच्छे से अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जाए और उसे तत्काल एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।"

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