World Cancer Day 2022: जागरुकता से दी जा सकती है कैंसर को मात, जानिए क्या है इसके शुरुआती लक्षण
World Cancer Day 2022 कैंसर के बारे में कहा जाता है कि जानकारी ही बचाव है। इसके बचाव के उपाय और लक्षण के बारे में जितना लोग जान पाएंगे उतना ही इसे मात देने में कामयाब होंगे। विश्व कैंसर दिवस-2022 की थीम क्लोज द केयर गैप रखा गया है।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Fri, 04 Feb 2022 08:38 AM (IST)
जबलपुर, जेएनएन। कैंसर इस समय सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। देश भर में जहां हर दसवें भारतीय को कैंसर होने की संभावना है, वहीं शहर में भी पिछले पांच सालों में कैंसर के मरीजों की संख्या में करीब 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कैंसर के बारे में कहा जाता है कि जानकारी ही बचाव है। कैंसर के लक्षण, बचाव के उपाय और बचाव से जुड़ी अन्य बातों के बारे में जितना ज्यादा लोग जानेंगे, लोग कैंसर को जल्दी मात दे पाएंगे। डाक्टरों के मुताबिक अगर कैंसर की पहचान जल्दी हो जाए तो इलाज संभव है और उसके बाद स्वस्थ जीवन भी जिया जा सकता है। विश्व कैंसर दिवस-2022 की थीम क्लोज द केयर गैप रखा गया है ताकि हर व्यक्ति चाहे वह बड़ा हो या छोटा, कैंसर की रोकथाम, उपचार, आहार और अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए। इसका अर्थ है लोगों और सभी प्रकार की कैंसर सूचनाओं के बीच की खाई को पाटना। शहर के कुछ लोग लगातार लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने का भी प्रयास कर रहे हैं ताकि कैंसर से जंग जीती जा सके।
जानिए कैंसर के शुरुआती लक्षणकैंसर कई प्रकार के होते हैं, इसलिए अलग-अलग कैंसर की अपनी अलग-अलग विशेषताएं होती हैं। समस्याएं होती हैं लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भी होते हैं जो आमतौर पर सभी प्रकार के कैंसर के शुरुआती चरणों में देखे जाते हैं। जैसे-
- शरीर के किसी भी हिस्से में लंबे समय तक दर्द बना रहना।- लंबी खांसी। बलगम और खून के साथ खांसी।
- मूत्राशय या पेशाब से संबंधित समस्याओं का बना रहना।
-मेनोपॉज के बाद महिलाओं को जांच कराते रहना चाहिए। मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग सामान्य नहीं है।- बिना किसी कारण के वजन कम होना।- लगातार थकान। अच्छी डाइट लेने के बाद भी थकान बनी रहती है।- भूख में कमी-किसी भी घाव का जल्दी ठीक नहीं होना।आहार क्या होना चाहिए-कैंसर की रोकथाम और बीमारी के दौरान विटामिन और खनिजों से भरपूर आहार आवश्यक है।
- एंटीऑक्सिडेंट शामिल करना सुनिश्चित करें।-गाजर, कद्दू, पपीता, हरी पत्तेदार सब्जियां, मेवा और बीज का सेवन किया जा सकता है।-मछली, अंडे, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, नट्स, दाल, सोयाबीन का उपयोग किया जा सकता है।- ब्रोकली और कीवी का सेवन विशेष रूप से करना चाहिए।- शरीर में पानी की कमी न होने दें, नियमित रूप से पानी पिएं।शहर में हैं समुचित इलाज के इंतजाम
कैंसर के बारे में जागरूकता का स्तर अभी भी कम है। लोग कैंसर के बारे में बात नहीं करना चाहते। लोग समझते हैं कि उन्हें थोड़े ही होगा। यह अच्छा है कि कम से कम लोगों को कैंसर है लेकिन जागरूकता बहुत जरूरी है। अगर शुरुआती लक्षणों को पहचान लिया जाए तो बेहतर इलाज देकर कैंसर को ठीक किया जा सकता है। इसके साथ ही लोगों की मानसिकता है कि जबलपुर में अच्छा इलाज नहीं है। ऐसा नहीं है। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कैंसर की अच्छी यूनिट है, जहां हर तरह की सुविधा है। तो इसलिए अपने शहर से बाहर न जाये, शहर में भी बेहतर इलाज मिल सकता है।
डॉ. श्यामजी रावत, ऑन्कोलॉजिस्ट, मेडिकल कॉलेज
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