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Bhojshala ASI Survey: भोजशाला में मिली भगवान ब्रह्मा की परिवार सहित प्रतिमा, सात नए अवेशष भी आए सामने

मध्य प्रदेश के धार जिले में 11वीं सदी की विवादित ऐतिहासिक इमारत भोजशाला में सोमवार को सर्वे के 81वें दिन ब्रह्मा जी के परिवार की प्रतिमा मिली है। भगवान ब्रह्माजी के पूरे परिवार की लगभग 2 फीट की एक प्रतिमा सहित 7 अवशेष मिले हैं। सर्वे के 81वें दिन आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) ने विवादित भोजशाला में सफाई कराई।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Mon, 10 Jun 2024 10:30 PM (IST)
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विवादित भोजशाला में सोमवार को सर्वे के 81वें दिन ब्रह्मा जी के परिवार की प्रतिमा मिली है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में 11वीं सदी की विवादित ऐतिहासिक इमारत भोजशाला में सोमवार को सर्वे के 81वें दिन ब्रह्मा जी के परिवार की प्रतिमा मिली है। भगवान ब्रह्माजी के पूरे परिवार की लगभग 2 फीट की एक प्रतिमा सहित 7 अवशेष मिले हैं।

सर्वे के 81वें दिन आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) ने विवादित भोजशाला में सफाई कराई। इस दौरान हिंदू पक्ष ने दावा किया कि सर्वे के दौरान 79 पुरावशेष मिले हैं। जिसमें भगवान ब्रह्मा अपने पूरे परिवार के साथ विराजित हैं। एक अन्य पुरावशेष पर कमल के फूल पर कछुआ विराजमान है, जो लक्ष्मी का प्रतीक चिह्न माना जाता है।

हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा और आशीष गोयल ने दावा किया है कि रविवार को मिले 79 पुरावशेषों में भगवान गणेश, महिषासुर मर्दिनी, मां पार्वती, भगवान हनुमान और भैरवनाथ की मूर्तियां भी शामिल हैं। भोजशाला के भीतर कमरे में खोदाई से ये मूर्तियां बरामद हुईं। इस कमरे से भगवान गणेश और मां वाग्देवी की मिली मूर्तियां खंडित हैं।

सोमवार को एएसआई की ओर से भोजशाला में 81वें दिन का सर्वे किया गया। अंदर उत्तरी भाग में सात और पुरावशेष मिले। अब इनकी भी सफाई की जाएगी। सुबह से लेकर शाम तक गर्भगृह में कई नए स्थान पर सर्वे किया गया। यज्ञ कुंड परिसर के परिक्रमा वाले क्षेत्र और पूर्वी भाग यानी प्रवेश द्वार के नजदीक भी खोदाई की गई।

अब तक मिल चुके हैं 1607 पुरावशेष

22 मार्च से भोजशाला में सर्वे का कार्य किया जा रहा है। इसमें अब तक 1607 अवशेष मिल चुके हैं। इसमें प्रमुख रूप से स्तंभ के पत्थर मिल रहे हैं। रविवार व सोमवार को दोनों दिन के सर्वे में 86 अवशेष मिले। बता दें कि पूर्व में भोजशाला में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) उपकरण से भी सर्वे किया गया था। इसकी रिपोर्ट के आधार पर नए स्थानों पर खोदाई की जा रही है।

दस्तावेज बनाने का कार्य शुरू

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर चार जुलाई तक हर हाल में अपनी सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है। इसके लिए प्रतिदिन होने वाले सर्वे के आधार पर विशेषज्ञ टीम दस्तावेज तैयार कर रही है। इसमें वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के साथ ड्राइंग के आधार पर अवशेषों के बारे में विवरण तैयार किया जा रहा है।

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