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Madhya Pradesh: IAS और IPS अधिकारियों के नाम पर ठगी, कलेक्टर-एसपी के फर्जी अकाउंट से कर रहे खेल

मुरैना जिले के एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान का बीते सप्ताह फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाया गया जो दो दिन पहले डिलीट कर दिया गया। वहीं श्योपुर के एसपी डा. राय सिंह नरवरिया का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर तो साइबर ठगों ने पुराने फर्नीचर की फोटो पोस्ट कर दी। इसी तरह भिंड के एसपी डा. असित यादव के नाम से भी साइबर अपराधियों ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया।

By Jagran News Edited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 07 Jan 2024 06:48 PM (IST)
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साइबर ठगों ने MP में कई जिलों के कलेक्टर और एसपी के फर्जी अकाउंट बनाए (फाइल फोटो)
हरिओम गौड, मुरैना। जिन अधिकारियों के कंधों पर लोगों को ठगी से बचाने की जिम्मेदारी है, वे खुद साइबर ठगों के निशाने पर हैं। ठगों ने आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के फेसबुक अकाउंट हैक करने के बाद फर्जी अकाउंट बनाकर उनसे जुड़े लोगों से ठगी शुरू कर दी हैं। ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान का है। बीते सप्ताह फेसबुक पर उनका फर्जी अकाउंट बनाया गया, जो दो दिन पहले डिलीट कर दिया गया।

वहीं, श्योपुर के एसपी डा. राय सिंह नरवरिया का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर तो साइबर ठगों ने पुराने फर्नीचर और घर के सामान के फोटो पोस्ट कर दिए और लिखा कि तबादला हो जाने के कारण यह फर्नीचर व सामान बेचना है। कई लोगों से कुछ पैसा भी साइबर ठगों ने ले लिए। इसकी जानकारी लगते ही आईपीएस अधिकारी डा. नरवरिया ने अकाउंट बंद करा दिया।

इसी तरह, भिंड के एसपी डा. असित यादव के नाम से भी साइबर अपराधियों ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया और उनके करीबियों से ठगी का प्रयास किया। जानकारी लगते ही भिंड एसपी ने अकाउंट बंद करा दिया और अब भिंड की साइबर टीम इसकी जांच में जुटी है।

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इन अधिकारयों के भी बने फर्जी अकाउंट

मुरैना व इंदौर के पूर्व एसपी और वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में सेवाएं दे रहे आईपीएस अधिकारी आशुतोष बागरी का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर कई लोगों को ठगने का प्रयास किया गया। ऐसी शिकायतें मिलने के बाद खुद बागरी ने अपने मूल फेसबुक अकाउंट से इस फर्जी अकाउंट की जानकारी दी थी और कहा कि इससे किसी को फ्रेंड रिक्वेस्ट आए तो मत जुडि़ए और ना ही कोई जानकारी दें।

  • मुरैना के पूर्व कलेक्टर व वर्तमान में सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा के नाम से फेसबुक पर तीन फर्जी अकाउंट बना लिए गए हैं। आईपीएस अधिकारी वर्मा के नाम से कई लोगों से जानकारी मांगकर उनसे ठगी का प्रयास हुआ।
  • मुरैना के पूर्व एसपी व वर्तमान में छतरपुर में डीआईजी ललित शाक्यवार के नाम से भी एक महीने पहले फर्जी फेसबुक अकाउंट बना और उनके करीबियों को मैसेज कर फोन नंबर से लेकर अन्य जानकारी मांगी गई।
  • मुरैना व श्योपुर के पूर्व और खंडवा के वर्तमान एसपी अनुराग सुजानिया के नाम से भी पिछले महीने फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया गया और उनके करीबियों को मैसेज करके ठगने का प्रयास किया, पर आईपीएस सुजानिया ने जानकारी लगते ही अकाउंट का बंद करा दिया।
  • मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर के पूर्व एसपी और वर्तमान में पीएचक्यू में पदस्थ एडीजीपी सुनील कुमार पांडेय के नाम से भी 15 दिन पहले ठगों ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया था।

अधिकारियों के नाम से आसानी से हो जाती है ठगी

आईएएस और आईपीएस जैसे अधिकारियों के नाम से आसानी से ठगी हो जाती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण कुछ समय पहले इंदौर से लेकर भोपाल क्षेत्र में सामने आया, जब इंदौर के पूर्व डीजीपी एमएस वर्मा के नाम से साइबर ठगों ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया और फर्जी फेसबुक पर लिखा कि मेरा स्वास्थ्य खराब है अभी किसी से बात नहीं कर पाऊंगा, मुझे आर्थिक सहयोग की जरूरत है। इसके साथ एक बैंक खाता नंबर भी पोस्ट कर दिया, जो ठगों का था। इस खाते में कई थाना प्रभारियों से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों ने बिना सोचे-समझे व सत्यापन के पैसे डाल दिए।

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श्योपुर एसपी डा. राय सिंह नरवरिया ने कहा,

यह बात सही है कि मेरा फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर किसी ने उस पर फर्नीचर व अन्य सामान के फोटो डालकर बेचने की बात लिख दी। यह लोगों से ठगी के लिए किया गया, पता नहीं कितने लोगों को ठगा भी गया होगा। पता लगते ही वह अकाउंट बंद करवा दिया। इसकी जांच करवा रहे हैं कि यह हरकत किसने की। सभी लोगों को ऐसी ठगी से सतर्क रहने की जरूरत है।

वहीं, सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि मेरा फेसबुक पर केवल एक अकाउंट है, जिसे मैं खुद ऑपरेट करता हूं। बाकी के दो या तीन अकाउंट हैं, वह सभी फर्जी हैं। इन्हें बंद करवाकर फर्जी अकाउंट खोलने वालों का पता लगवाकर कार्रवाई करवाई जाएगी।

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