रिटायर्ड नारकोटिक्स अधिकारी पत्नी के साथ हुए डिजिटल अरेस्ट, रुपये भेजने के पहले पहुंचे साइबर सेल तो ठगी से बचे
Gwalior narcotics officer digital arrest मध्य प्रदेश के ग्वालियर में नारकोटिक्स विभाग के सेवानिवृत अधिकारी राकेश गुप्ता और उनकी पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया। दोनों को मनी लान्ड्रिंग के केस में संपत्ति जब्त करने की धमकी दी गई और सुबह से रात तक इतना डरा दिया गया कि उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया। बाद में दोनों साइबर सेल पहुंचे तो बच गए।
जेएनएन, ग्वालियर। Gwalior narcotics officer digital arrest डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद और भोपाल में मामले सामने आए थे। अब मध्य प्रदेश के ग्वालियर में नारकोटिक्स विभाग के सेवानिवृत अधिकारी राकेश गुप्ता और उनकी पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया।
मनी लॉन्ड्रिंग के केस में संपत्ति जब्त करने की धमकी
दोनों को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में संपत्ति जब्त करने की धमकी दी गई और सुबह से रात तक इतना डरा दिया गया कि उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया। ठगों के बताए अनुसार राकेश गुप्ता पत्नी समेत रुपये आरटीजीएस से भेजने बैंक पहुंच गए।
साइबर सेल पहुंचे तो बचे
दोनों ने फॉर्म भरा ही था, तभी कुछ संदेह हुआ और डरते हुए एसपी आफिस स्थित साइबर सेल पहुंच गए। यहां साइबर सेल ने उन ठगों से बात की और किन नियमों के तहत यह कार्रवाई हो रही है, इस बारे में जैसे ही पूछा तो वाट्सएप वीडियो काल काट दिया गया। ठगों ने नंबर तक ब्लाक कर दिया।भोपाल में भी हुआ ऐसा ही मामला
बता दें कि एक दिन पहले भोपाल के एक कारोबारी भी अपने दोस्त की मदद से डिजिटल अरेस्ट होने के बाद इसी तरह ठगी से बच सके।राकेश गुप्ता के पास 10 नवंबर को सुबह अनजान नंबर से वाट्सएप पर वाइस काल आई। काल करने वाले ने कहा कि वह सीबीआइ मुख्यालय से बात कर रहा है।
सीबीआइ द्वारा नरेश गोयल नाम के अपराधी को मनी लांड्रिंग केस में पकड़ा गया था। इससे 200 क्रेडिट कार्ड जब्त हुए। इसमें से एक कार्ड उनके नाम पर है। उनके नाम 17 एफआइआर हैं और सुप्रीम कोर्ट के दो वारंट जारी हुए हैं। उन्हें गिरफ्तार करने के आदेश हैं। उम्र को देखते हुए डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है।
वीडियो कॉल पर किया डिजिटल अरेस्ट
राकेश बुरी तरह घबरा गए। पत्नी से बात की तो दोनों को ही वीडियो काल पर डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया। उन्हें धमकाया गया कि अगर कमरे से बाहर भी निकले तो एक घंटे में टीम वहां पहुंचकर गिरफ्तार कर लेगी। एक लाख 11 हजार 930 रुपये आरटीजीएस करने के लिए कहा गया। रात में उनका मोबाइल बंद हो गया, सुबह मोबाइल चालू होते ही फिर फोन आए। इसके बाद दंपती बैंक पहुंचे और वहां से साइबर सेल।
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