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Madhya Pradesh: ग्‍वालियर से आगरा बस घंटे-भर का खेल! अभी लग जाते हैं 3 घंटे; जानिए- कैसा होगा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे

ग्वालियर से आगरा के बीच लगभग 3841 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का प्राथमिक अलाइनमेंट तय होने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार आगरा रेल खंड के जाजऊ से करौंधाना के बीच छह लेन का एक रेल ओवरब्रिज तैयार किया जाएगा।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Updated: Mon, 27 May 2024 11:45 PM (IST)
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एक्सप्रेस वे बन जाने से ग्वालियर और आगरा के बीच की दूरी 121 किमी से घटकर 88 किमी रह जाएगी।

प्रियंक शर्मा, जागरण, ग्वालियर। ग्वालियर से आगरा के बीच लगभग 3841 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का प्राथमिक अलाइनमेंट तय होने के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार, आगरा रेल खंड के जाजऊ से करौंधाना के बीच छह लेन का एक रेल ओवरब्रिज तैयार किया जाएगा।

परियोजना में रेल ओवरब्रिज के लिए मंजूरी

88.400 किमी लंबे एक्सप्रेस वे पर 36 बस स्टॉप भी तैयार किए जाएंगे। वहीं, माल ढुलाई करने वाले ट्रकों के रुकने के लिए अलग से तीन लेबाइ रोड का भी प्रस्ताव बनाया गया है। इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से ग्वालियर और आगरा के बीच की दूरी 121 किमी से घटकर 88 किमी रह जाएगी। परियोजना में रेल ओवरब्रिज के लिए रेलवे से मंजूरी की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।

वहीं, बस स्टॉपके लिए भी स्थान चिह्नित कर लिए गए हैं। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे में छह बड़े जंक्शन रहेंगे। यानी जहां से वाहन चढ़ और उतर सकेंगे। इसमें मुरैना, धौलपुर सिटी, धौलपुर में स्टेट हाईवे क्रमांक दो, धौलपुर बाइपास रोड पर महाराजपुरा गांव, आगरा के जाजऊ और आगरा बाइपास की ओर बाद में रहेगा।

इसके अलावा, 131 छोटे जंक्शन भी चिह्नित किए गए हैं, जो एक्सप्रेस वे के आसपास के गांवों से गुजरने वाली सड़कें हैं, लेकिन इन सड़कों का प्रवेश एक्सप्रेस वे पर नहीं रहेगा। प्रोजेक्ट में कुल 10 बड़े पुल भी तैयार कराए जाएंगे। दो रोड ओवरब्रिज और फ्लाईओवर भी प्रोजेक्ट के अंतर्गत तैयार होंगे। एनएचएआई ने इस प्रोजेक्ट के लिए सलाहकार एजेंसी के चयन की भी प्रक्रिया शुरू की है, साथ ही जनसुविधा की दृष्टि से बाकी बिंदुओं पर भी काम शुरू कर दिया है।

सिर्फ आगरा ही नहीं, दिल्ली और देहरादून तक कम होगी दूरी

वर्तमान में ग्वालियर-आगरा फोरलेन हाईवे की लंबाई 121 किमी है। इस नए एक्सप्रेस वे से ये दूरी घटकर 88 किमी रह जाएगी। इसके जरिये आगरा से यमुना एक्सप्रेस-वे पर जा सकेंगे। यमुना एक्सप्रेस वे पर जेवर के पास एक इंटरचेंज का निर्माण शुरू हुआ है, जो ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इससे हरिद्वार-देहरादून तक की दूरी कम हो सकेगी। अभी सड़क मार्ग से जाने वाले लोगों को नोएडा, गाजियाबाद होकर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर पहुंचना पड़ता है।

ग्वालियर से देहरादून तक की दूरी 564 किमी है, लेकिन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे तैयार होने से आगरा की दूरी जहां 33 किलोमीटर कम होगी, तो वहीं ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे होते हुए दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का इस्तेमाल करने पर देहरादून तक की दूरी 39 किमी कम हो जाएगी।

दिल्ली से देहरादून की दूरी 249 किमी है, लेकिन ट्रैफिक के चलते देहरादून तक पहुंचने में छह घंटे लगते हैं। इकोनामिक कारिडोर से यह दूरी जहां 210 किमी रह जाएगी, तो वहीं देहरादून तक पहुंचने में सिर्फ ढाई से तीन घंटे का समय लगेगा। ग्वालियर से देहरादून तक पहुंचने में जहां 10:45 घंटे लगते हैं। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बनने से जहां दिल्ली तक तीन घंटे, तो वहीं दिल्ली से देहरादून तक सिर्फ ढाई से तीन घंटे में पहुंच सकेंगे।