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'हेलो, RBI से बोल रहा हूं...', इंदौर में क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी को डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश

साइबर ठगों ने इंदौर की क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी (एडीसीपी) राजेश दंडोतिया को भी डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया। वीडियो काल कर एडीसीपी को डिजिटल अरेस्ट करने की कोशिश हुई लेकिन अपराधी दंडोतिया को वर्दी में देख कर चौंक गए और तत्काल फोन काट दिया। काल करने वाले ने एडीसीपी को बताया कि वह आरबीआइ का अधिकारी है।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Sun, 24 Nov 2024 11:27 PM (IST)
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इंदौर में डिजिटल अरेस्ट का केस आया सामने।
जेएनएन, इंदौर। सीबीआई, ईडी और आरबीआई अफसर बनकर देशभर में डिजिटल अरेस्ट करके ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। रविवार को साइबर ठगों ने इंदौर की क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी (एडीसीपी) राजेश दंडोतिया को भी डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया।

वर्दी में देख चौंक गए अपराधी

पुलिस अधिकारी के पास जब डिजिटल अरेस्ट के लिए फोन आया तब वह मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। साइबर ठगों ने पहले एडीसीपी से अपराधियों की तरह सवाल पूछे। हालांकि जब उनका बयान दर्ज करने के लिए वीडियो काल लगाया तो अपराधी एडीसीपी दंडोतिया को वर्दी में देख कर चौंक गए और तत्काल फोन काट दिया।

साइबर अपराधियों की काल आने के दौरान एडीसीपी दंडोतिया पुलिस कंट्रोल रूम स्थित अपराध शाखा में मीडिया ब्रीफिंग कर रहे थे, तभी उनके मोबाइल पर फोन नंबर 1(684) 751-6466 से आटो रिकार्डेड काल आया।

RBI का अधिकारी बोल रहा हूं

काल करने वाले ने एडीसीपी को बताया कि वह आरबीआइ का अधिकारी है। ठग ने कहा कि आपके नाम से जारी आधार कार्ड का दुरुपयोग हुआ है। उससे एक लाख रुपये का संदिग्ध ट्रांजेक्शन हुआ है। इसलिए आरबीआइ द्वारा उनके विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराई गई है। साथ ही 11 हजार 930 रुपये की पेनाल्टी भी लगाई है।

ठग ने केस के संबंध में बयान और स्पष्टीकरण के लिए दो घंटे में मुंबई में अंधेरी ईस्ट थाना पुलिस के समक्ष पेश होने को कहा। मोबाइल नंबर देखकर और ठग की बात सुनते ही एडीसीपी समझ गए कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने तुरंत मीडियाकर्मियों को इशारा कर ठग की बातचीत रिकार्ड करना शुरू कर दी।

हाजिर होने का दिया था आदेश

ठग ने उनसे बाकायदा पुलिस अधिकारी के अंदाज में बात की और हाजिर होने का आदेश दिया। आनलाइन बयान दर्ज करने के नाम पर ठग ने जैसे ही वीडियो काल लगाया एडीसीपी वर्दी में दिखे, तब ठग ने मीडियाकर्मियों की भीड़ देख कर पूछा ये आसपास कौन खड़े हैं। एडीसीपी ने अपना परिचय दिया और कहा कि मैं स्वयं पुलिस अधिकारी हूं। मैंने तुम्हारी करतूत कैमरे में रिकार्ड कर ली है। इतना सुनते ही ठग ने फोन कट कर दिया।

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