Harda Tragedy: हरदा हादसा के बाद मोहन सरकार सख्त, इंदौर में छह पटाखा गोदाम सील; तय होगी जिम्मेदारी
मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मंगलवार को हुए पटाखा फैक्ट्री में भीषण हादसे के बाद राज्य सरकार एक्शन में है। हरदा हादसे से सबक लेते हुए मोहन यादव सरकार ने अनियमितताओं को लेकर पिछले 24 घंटों में इंदौर में छह पटाखा गोदामों को सील कर दिया है। इंदौर के कलेक्टर ने जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि इन छह पटाखा गोदामों में से एक आवासीय क्षेत्र में था।
पीटीआई, इंदौर। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मंगलवार को हुए पटाखा फैक्ट्री में भीषण हादसे के बाद राज्य सरकार एक्शन में है। हरदा हादसे से सबक लेते हुए मोहन यादव सरकार ने अनियमितताओं को लेकर पिछले 24 घंटों में इंदौर में छह पटाखा गोदामों को सील कर दिया है।
इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि इन छह पटाखा गोदामों में से एक आवासीय क्षेत्र में था, जबकि अन्य गोदामों में सीमा से अधिक पटाखों का भंडारण और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की कमी जैसी अनियमितताएं पाई गईं।
अलग इलाकों में पटाखों के छह गोदामों को सील किया- डीएम
उन्होंने कहा, "हमने पिछले 24 घंटों के दौरान जिले के अलग-अलग इलाकों में पटाखों के छह गोदामों को सील कर दिया है।" बता दें कि मंगलवार को हरदा जिले में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट और आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए।घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। फैक्ट्री में मंगलवार सुबह ब्लास्ट हुआ था। इस दौरान सैकड़ों की तादात में श्रमिक फैक्ट्री में मौजूद थे।विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन
राज्य सरकार ने हरदा की दर्दनाक हादसे की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस पैनल को अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने का भी काम सौंपा गया है, जिन्हें ऐसी घटनाओं को रोकना था।
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