MP News: पत्नी की मौत के बाद उसके शव को बोरे में भरकर खुले में फेंक आया पति, जब खुलासा हुआ तो पुलिस भी रह गई हैरान
मध्य प्रदेश के इंदौर से एक हैरान कर देने वाला सामने आया है। यहां एक आदमी ने अपनी पत्नी की मौत के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार करने के बजाय खुले में फेंक दिया। इसके बाद पुलिस ने छानबीन की तो पता चला शव एक पेंटर की बीवी का है और वह अंतिम संस्कार के रुपयों की व्यवस्था नहीं होने शव बोरे में भरकर फेंक आया।
जेएनएन, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर से एक हैरान कर देने वाला सामने आया है। यहां एक आदमी ने अपनी पत्नी की मौत के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार करने के बजाय खुले में फेंक दिया। लेकिन जब शव सड़ने लगा तो उसमें से बदबू आने लगी तो लोगों ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने छानबीन की तो पता चला और शव एक पेंटर की बीवी का है। पुलिस को पेंटर ने पूछताछ में बताया कि वह शव उसकी बीवी का है और वह अंतिम संस्कार के रुपयों की व्यवस्था नहीं होने पर अपनी 57 वर्षीय पत्नी का शव बोरे में भरकर फेंक आया।
शव के मिलने से मच गया था इलाके में हड़कंप
वाकया चंदन नगर थाना क्षेत्र स्थित अहमदनगर (बांक) का है। पुलिस को रविवार सुबह सुरैया बी के घर के पास बोरे में एक महिला का शव मिला था। शव से भयंकर बदबू भी आ रही थी। परिस्थिति से पुलिस को लगा किसी ने हत्या कर गुमराह करने के इरादे से शव फेंका है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज निकाले और महिला की शिनाख्ती के लिए गुमशुदगियां तलाशी जाने लगीं। तभी एक मुस्लिम युवक ने कहा राजकुमार नगर में रहने वाला मदन नरगावे सुबह से गायब है। शनिवार को उसकी टापरी से बदबू भी आ रही थी। इस पर पुलिस का शक पुख्ता हो गया और सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी।
पुलिस से बोला- सात साल पहले बस स्टैंड पर मिले थे
शाम होते-होते मदन कालोनी के एक बगीचे में मिल गया। पुलिस अधिकारियों के सवाल करते ही मदन गिड़गिड़ाते हुए बोला बोरे में मिला शव उसकी पत्नी आशा का है। सात साल पूर्व दोनों गंगवाल बस स्टैंड पर मिले थे। खाना बनाने और देखभाल करने का बोली और साथ रहने लगे। आशा बीमार हुई तो उसका उपचार करवाया। फ्रेक्चर होने पर रॉड भी लगवाई। कुछ दिनों से तबियत ज्यादा खराब रहने लगी। डॉक्टर के पास ले जाने की हैसियत नहीं थी।
पेंटर ने बताया कि टापरी पर टीनशेड लगा हुआ है, जो कि भयंकर तपती थी। तीन दिन बीमार रही और गर्मी से बेहाल आशा ने दम तोड़ दिया। दो दिन तक आशा का शव 8 बाय 8 की टापरी में ही पड़ा रहा। शनिवार को पड़ोसी ने कहा- घर से बदबू आ रही है। देख लो कहीं चूहा तो नहीं मरा। आसपास के सभी घरों में देख लिया है। आप भी अपना कमरा देख लो। उस वक्त तो मदन कुछ नहीं बोला लेकिन तय कर लिया कि शव को ठिकाने लगाना है।
अंतिम संस्कार के रुपयों की व्यवस्था नहीं थी
मदन जिस बस्ती में रहता है वो मुस्लिम बहुल है। उसके पास अंतिम संस्कार के रुपयों की व्यवस्था नहीं थी और किसी से मदद भी नहीं मांग सकता था। जैसे ही लोग अपने-अपने घरों में सोने गए, शव को प्लास्टिक के बोरे में भरकर फेंक आया।
मदन ने शव का अनादर किया है- पुलिस
एडिशनल डीसीपी जोन-4 आनंद कुमार यादव के मुताबिक मूलत: घट्टी पोस्ट देवला अंजड़ जिला बड़वानी निवासी 54 वर्षीय मदन पुताई का काम करता है। पुलिस ने फिलहाल मर्ग को जांच में ले लिया है। मदन ने शव का अनादर किया है। अंतिम संस्कार के लिए शासन द्वारा संचालित योजना का लाभ ले सकता था। पुलिस प्रशासन और नागरिक भी मदद कर सकते थे।