पिता ने किया दुष्कर्म, बेटे ने पेट्रोल डालकर जलाया; इलाज के दौरान जिंदगी की जंग हार गई 19 वर्षीय पीड़िता
मध्यप्रदेश के खंडवा में एक युवती से जुड़ा दर्दनाक हादसे सामने आया है। घर के आंगन में उसे पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की गई इसके बाद वह लगातार छह दिनों तक मौत से संघर्ष करती रही लेकिन भगवान भी उसकी मदद नहीं कर सका। फूफा मांगीलाल चतरे ने 19 साल की युवती को बहाने से खेत ले जाकर छेड़छाड़ की।
जागरण न्यूज नेटवर्क, खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। एक युवती को न्याय की आस में जान से हाथ धोना पड़ा, घर के आंगन में उसे पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की गई, इसके बाद वह लगातार छह दिनों तक मौत से संघर्ष करती रही, लेकिन भगवान भी उसकी मदद नहीं कर सका।
दरअसल 7 अक्टूबर को शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव में कथित फूफा मांगीलाल चतरे ने एक 19 साल की युवती को बहाने से खेत ले जाकर छेड़छाड़ की। इसके बाद कुंठित युवती ने पुलिस में शिकायत कर आरोपी को कड़ी सजा दिलवाने की हिम्मत दिखाई तो आरोपित के बेटे अर्जुन चतरे ने दूसरे दिन युवती के घर जाकर आंगन में ही उसे पेट्रोल डालकर जला दिया।
युवती को किया गया इंदौर रेफर
करीब 27 प्रतिशत जलने पर उसे जिला अस्पताल के बाद इंदौर रेफर किया गया। इंदौर में छह दिन इलाज के बाद गुरुवार रात उसने एकदम तोड़ दिया है।मां बोली, जिसके घर में लड़की नहीं वह क्या जाने दर्द
पीड़िता की मां और पिता अपनी बेटी की की मौत से टूट चुके हैं। युवती की मां का कहना है कि जिसके घर में बहू बेटी नहीं है, वह बेटी की इज्जत और उसका दर्द क्या समझेगा। इसीलिए ईश्वर ने आरोपित मांगीलाल को बेटी नहीं दी। मेरी बेटी से छेड़छाड़ करने वाले और उसकी जान लेने वाले को फांसी की सजा होना चाहिए। जिससे देश व समाज की अन्य बेटियों की इज्जत व जान से खिलवाड़ की कोई हिम्मत नहीं कर सकें।
मांगीलाल और दोनों बेटों पर हो कड़ी कार्रवाई
इधर युवती के पिता का कहना है कि छेड़छाड़ के आरोपित मांगीलाल और उसके एक अन्य पुत्र पर भी कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। इंदौर एमवाय हास्पिटल में शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव लाकर अंतिम संस्कार किया जाएगा।आंखों से झलकती रही बेबसी, चाह कर भी कुछ बोल न सकी
पीड़िता की मां ने बताया कि लड़की का गला, दोनों हाथ और सीना अधिक जला था। गले मे सूजन की वजह से वह कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। आंखों से उसकी बेबसी झलक रही थी, जैसे वह कुछ कहना चाह रही हो लेकिन वह अपने दिल की बात भी नहीं बता सकी। गुरुवार दोपहर पर बाद से ही उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी।एमवाय हास्पिटल में उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था।
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