रक्षाबंधन पर भगवान महाकाल को लगेगा सवा लाख लड्डुओं का महाभोग, 30 अगस्त को श्रावणी पूर्णिमा
पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया महाकाल ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा में श्रावणी पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन पुण्य पवित्र श्रावण मास का समापन होता है और भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाया जाता है। इस बार भी 30 अगस्त को श्रावणी पूर्णिमा मनाई जाएगी। भस्म आरती में भगवान महाकाल को सबसे पहले राखी बांधकर महाभोग लगाया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 17 Aug 2023 10:37 AM (IST)
उज्जैन, जेएनएन। Raksha Bandhan 2023। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावणी पूर्णिमा पर 30 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। सुबह 3 बजे भस्म आरती में सबसे पहले पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान महाकाल को राखी बांधेगी। इसके बाद भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाकर आरती की जाएगी। इसके बाद दिनभर भक्तों लड्डू प्रसादी दी जाएगी।
30 अगस्त को श्रावणी पूर्णिमा
पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया महाकाल ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा में श्रावणी पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन पुण्य पवित्र श्रावण मास का समापन होता है और भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाया जाता है। इस बार भी 30 अगस्त को श्रावणी पूर्णिमा मनाई जाएगी। भस्म आरती में भगवान महाकाल को सबसे पहले राखी बांधकर महाभोग लगाया जाएगा।
श्रावण माह का उपवास खोलते हैं श्रद्धालु
पुजारी प्रदीप गुरु ने आगे बताय कि जो भक्त श्रावण मास में पूरे महीने उपवास रखते हैं, वे रक्षाबंधन के दिन भगवान महाकाल की लड्डू प्रसादी ग्रहण करके उपवास खोलते हैं। इसलिए भक्तों को पूरे दिन महाप्रसादी का वितरण किया जाता है।प्रदीप गुरु ने आगे कहा,"परंपरा अनुसार सवा लाख लड्डुओं का भोग भस्म आरती करने वाले पुजारी परिवार की ओर से लगाया जाता है। इसलिए इस बार का महाभोग हमारे परिवार द्वारा भक्तों के सहयोग से लगाया जाएगा। महापर्व पर मंदिर में विशेष पुष्प सज्जा की जाएगी।"
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