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Ujjain: 'ऐसे अपराधियों के शरीर को चील-कौवों को खिलाना चाहिए', उज्‍जैन दुष्‍कर्म कांड पर बोलीं मंत्री उषा ठाकुर

उज्‍जैन में 12 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया है कि बच्ची सतना जिले की रहने वाली है। इस झकझोर देने वाले मामले में मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री उषा ठाकुर का बयान सामने आया है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को चौराहे पर फांसी देनी चाहिए।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Thu, 28 Sep 2023 04:27 PM (IST)
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उज्‍जैन दुष्‍कर्म कांड पर बोलीं मंत्री उषा ठाकुर अपराधियों को फांसी हो (फोटो, एक्स)
उज्जैन, ऑनलाइन डेस्क। उज्‍जैन में 12 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। इस बीच पुलिस ने बताया है कि बच्ची सतना जिले की रहने वाली है और वहां के जैतवारा थाने में 25 सितंबर को उसकी गुमशुदगी दर्ज की गई थी।

इस झकझोर देने वाले मामले में मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री उषा ठाकुर का बयान सामने आया है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को चौराहे पर फांसी देनी चाहिए।

मध्य प्रदेश में कोई भी शैतान सुरक्षित नहीं रह सकता- मंत्री

मंत्री उषा ठाकुर ने कहा, "सरकार और प्रशासन अपना काम कर रहे हैं। मध्य प्रदेश में कानून इतनी सख्त है कि कोई भी शैतान सुरक्षित नहीं रह सकता। यहां मौत की सजा का प्रावधान है। लड़की को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, उसके माता-पिता के बारे में पता लगाया जा रहा है। अगर ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं, तो समाज, परिवार और सभी को चिंता करनी होगी और अपने बच्चों को आध्यात्मिक संस्कृति सिखाएं।"

अपराधियों को चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए- उषा

उन्होंने आगे कहा, "हम नारी जाति को अपनी मां-बहन मानते हैं। यह मैकाले की शिक्षा प्रणाली के कारण इस संस्कृति के अभाव का ही दुष्परिणाम है कि इतने कड़े कानूनों के बावजूद महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। ऐसे अपराधियों को चौराहे पर फांसी दे देनी चाहिए, उनका अंतिम संस्कार नहीं करना चाहिए और उनके शरीर को चील-कौवों को खिलाना चाहिए।"

सोमवार सुबह बस से उज्जैन पहुंची थी पीड़िता

वहीं, उज्जैन के एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि बच्ची बीते सोमवार तड़के साढ़े तीन बजे बस से उज्जैन पहुंची थी। अभी तक की पड़ताल में यह सामने आया है कि वह अकेले ही थी। इस मामले में कुल पांच ऑटो चालकों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। बच्ची इन पांचों ऑटो चालकों के संपर्क में आई थी। सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हुई।

पीड़िता को इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया

यह मामला सोमवार की शाम को सामने आया जब उज्जैन के बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के पास 12 साल की नाबालिग सड़क पर घूमती हुई मिली थी। उस समय मासूम के कपड़े खून से लथपथ थे। वह कुछ भी बता नहीं पा रही थी, बाद में उसे इलाज के लिए चरक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पांच डाक्टरों ने नाबालिग का इलाज किया और जांच में सामने आया कि नाबालिग के साथ दुष्कर्म उसके मिलने से 24 घंटे पहले हुआ है।

देर रात मासूम की हालत गंभीर होने पर उसे इलाज के लिए इंदौर रेफर कर दिया गया। जांच में सामने आया कि बालिका के साथ दुष्कर्म किया गया है। चिकित्सकीय जांच में पता चला कि उसे अंदरूनी चोट है। इलाज के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर है।

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