अभिषेक घोसालकर हत्या मामले में आमने-सामने उद्धव और फडणवीस, एक-दूसरे की मानसिक स्थिति पर उठाए सवाल
मुंबई के दहिसर उपनगर में आठ फरवरी को हुई गोलीबारी के बाद शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच एक-दूसरे की मानसिक स्थिति को लेकर तीखी नोकझोंक चल रही है। उद्धव ने कहा कि वह क्रूर हैं। उद्धव के बयान पर पलटवार करते हुए फडणवीस ने भी कहा कि उद्धव ठाकरे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। मुंबई के दहिसर उपनगर में आठ फरवरी को हुई गोलीबारी के बाद शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच एक-दूसरे की मानसिक स्थिति को लेकर तीखी नोकझोंक चल रही है। सामाजिक कार्यकर्ता मारिस नोरोन्हा ने 'फेसबुक लाइव' के दौरान शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व पार्षद अभिषेक घोसालकर की हत्या कर दी थी। बाद में उसने खुद को भी गोली मार कर आत्महत्या कर ली।
उद्धव ने उपमुख्यमंत्री से की त्यागपत्र देने की मांग
इस घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ने उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्रालय के प्रभारी फडणवीस के त्यागपत्र की मांग की थी। फडणवीस ने शुक्रवार को उनकी मांग यह कहते हुए खारिज कर दी थी घोसालकर की हत्या गंभीर घटना है, लेकिन अगर कुत्ता भी वाहन के नीचे आ जाए तो वे (विपक्ष) गृह मंत्री का त्यागपत्र मांगेंगे। फडणवीस के बयान के बाद शनिवार को मुंबई में संवाददाता सम्मेलन में उद्धव ने फडणवीस को मानसिक रूप से बीमार गृहमंत्री करार दिया।
उनकी मानसिक जांच की जानी चाहिएः उद्धव
उद्धव ने कहा, मैंने पहले उन्हें कलंक और नाकारा ही कहा था, लेकिन अब मेरे पास शब्द नहीं हैं। वह क्रूर हैं। मुझे लगता है कि उनकी मानसिक जांच की जानी चाहिए। उनकी टिप्पणी से ऐसा लग रहा है, जैसे हमारे राज्य को मानसिक रूप से बीमार गृह मंत्री मिल गया है।यह भी पढ़ेंः अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे PM Modi, UAE की दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को होंगे रवाना
उद्धव के बयान पर फडणवीस ने किया पलटवार
उद्धव के बयान पर पलटवार करते हुए फडणवीस ने भी कहा कि उद्धव ठाकरे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि वे जल्दी ठीक हों। राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए उद्धव ने महाराष्ट्र सरकार को बर्खास्त करने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।यह भी पढ़ेंः '17वीं लोकसभा में रखी गई 21वीं सदी के भारत की नींव', PM Modi ने दंड संहिता को लेकर कांग्रेस को सुनाई खरी-खरी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।