Mumbai: महिला और उसके चार बच्चों का हत्या आरोपित 28 वर्ष बाद गिरफ्तार, मुंबई एयरपोर्ट पर किया गया गिरफ्तार
एक महिला और उसके चार बच्चों के हत्या आरोपित राजकुमार अमरनाथ चौहान को 28 वर्ष बाद गिरफ्तार किया गया। चाहौन को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। 16 नवंबर 1994 में चौहान समेत तीन लोगों ने जगरानी देवी प्रजापति और उसके चार बच्चों की हत्या की थी।
मिड-डे, मुंबई। पुलिस को एक महिला और उसके चार बच्चों के हत्या आरोपित राजकुमार अमरनाथ चौहान को 28 वर्ष बाद गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। चौहान को मुंबई एयरपोर्ट से उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह कतर से लौटा था। पुलिस उपायुक्त (अपराध) अविनाश अंबुरे ने बताया कि 16 नवंबर, 1994 को कथित रूप से तीन लोगों चौहान, अनिल सरोज और सुनील सरोज ने भारेवाड़ चाल पेनकरपाड़ा काशिमीरा में पड़ोस में रहने वाली 27 वर्षीय जगरानी देवी प्रजापति और उसके चार बच्चों पांच वर्षीय प्रमोद, साढ़े तीन वर्षीय पिंकी, दो वर्षीय पिंटू व तीन महीने के शिशु की निर्ममता से हत्या कर दी थी।
मामूली झगड़े में हत्याएं कर फरार हुए थे आरोपी
जगरानी देवी के पति राजनारायण प्रजापति ने तीनों के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी। वह उत्तर प्रदेश में प्रयागराज (इलाहाबाद) का रहना वाला था और उसकी 2007 में मुंबई में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।तीनों आरोपितों ने मामूली झगड़े में ये हत्याएं की थीं और फरार हो गए थे। वर्षों तक यह केस अनसुलझा रहा, लेकिन एमबीवीवी पुलिस ने केस को फिर से खोला और नए सिरे से जांच करने का फैसला किया। पिछले वर्ष जांच अधिकारियों में से एक पुष्पेंद्र थापा को सूचना मिली कि चौहान संभवत: वाराणसी के नजदीक अपने गांव में रह रहा है। इसके बाद उनकी टीम ने जानकारी जुटाने के लिए तीन सप्ताह तक गांव में डेरा डाले रखा।
मुंबई एयरपोर्ट के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों की मदद पुलिस ने किया गिरफ्तार
आखिरकार उन्हें पता चला कि 2007 से चौहान अबु धाबी, कतर और सऊदी अरब जैसे खाड़ी देशों में काम कर रहा है। इसके बाद पुलिस ने उसके पासपोर्ट का विवरण जुटाया और उसके विरुद्ध लुकआउट सर्कुलर जारी किया। पुलिस टीम को यह भी पता चला कि चौहान प्रत्येक दो वर्ष में परिवार से मिलने भारत आता है और पिछली बार वह 2020 में भारत आया था। इसके बाद एमबीवीवी पुलिस ने मुंबई एयरपोर्ट के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों की मदद से उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया। गुरुवार को जब वह कतर से लौटा तो पुलिस ने उसे एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया।
उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उसे ठाणे की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। अंबुरे ने बताया कि बाकी दो आरोपित कजिन हैं और जौनपुर के एक गांव के रहने वाले हैं। उनकी गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस टीम ने हालांकि उनके गांव में भी डेरा डाला था, लेकिन उनके रिश्तेदारों को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है और वे वारदात के बाद से ही गांव नहीं लौटे हैं।