Maharashtra Politics महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की दिक्कतें कम होती नहीं दीख रही हैं। उद्धव के पुत्र आदित्य ठाकरे के चुनाव क्षेत्र वरली के तीन हजार से ज्यादा शिवसैनिकों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का दामन थाम लिया।
By AgencyEdited By: Sachin Kumar MishraUpdated: Sun, 02 Oct 2022 04:07 PM (IST)
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री
उद्धव ठाकरे की दिक्कतें कम होती नहीं दीख रही हैं। रविवार को उनके पुत्र आदित्य ठाकरे के चुनाव क्षेत्र वरली के तीन हजार से ज्यादा शिवसैनिकों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का दामन थाम लिया।
जून में हुई थी शिवसेना में बड़ी टूट
इसी वर्ष जून में शिवसेना में हुई बड़ी टूट के बाद से ही एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे को झटके पर झटका देते जा रहे हैं। हाल ही में उद्धव ठाकरे को अपनी परंपरागत
दशहरा रैली शिवाजी पार्क में करने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय से अनुमति लेनी पड़ी है। मैदान मिलने के बाद उद्धव ठाकरे पांच अक्टूबर को होने वाली रैली की तैयारियों में जुटे हैं।
वरली के तीन हजार शिवसैनिक मुख्यमंत्री से मिले
इसी बीच, शिवाजी पार्क के बिल्कुल करीब स्थित वरली के तीन हजार से ज्यादा शिवसैनिक मुख्यमंत्री के सरकारी आवास वर्षा पर जाकर उनसे मिले और उनके गुट में शामिल होने की घोषणा कर दी। जबकि उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे वरली विधानसभा क्षेत्र से ही चुनकर पहली बार विधानसभा में पहुंचे हैं। वह स्वयं इन दोनों पूरे महाराष्ट्र में घूम-घूमकर एकनाथ शिंदे व उनके साथ गए 39 विधायकों को गद्दार बताते घूम रहे हैं।
इस वजह से चर्चित है वरली
वरली आदित्य ठाकरे का ही क्षेत्र नहीं है। बल्कि जून माह में ही शिवसेना ने जिन सचिन अहीर को विधान परिषद में भेजा है, उनका गृहक्षेत्र भी वरली ही है। सचिन विधानसभा चुनाव से पहले ही राकांपा छोड़कर शिवसेना में शामिल हुए थे।
मुंबई के शिवाजी पार्क में पांच अक्टूबर को होगी दशहरा रैली
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई (Mumbai) में दहशरा रैली से पहले उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है। मुंबई के वर्ली इलाके से बड़ी संख्या में
शिवसेना (Shiv Sena) कार्यकर्ता रविवार को सीएम एकनाथ शिंदे के सरकारी आवास पर शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। शिवसेना के दोनों गुटों की
दशहरा रैली रैली पांच अक्टूबर को मुंबई के शिवाजी पार्क में होगी। इस रैली में शक्ति प्रदर्शन के लिए शिवसेना के दोनों गुट तैयारी में जुटे हैं।
शिवसेना के दोनों गुट दशहरा रैली में अधिक भीड़ जुटाने में जुटे
शिवसेना के दोनों गुट दशहरा रैली में अपनी-अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने का अवसर नहीं चूकना चाहते हैं। इसलिए दोनों धड़े पांच अक्टूबर को होने वाले इस आयोजन में अधिकाधिक भीड़ जुटाने का इंतजाम करने में जुट गए हैं।
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के खेमों में भीड़ प्रबंधन की होड़ लग गई है। ठाकरे की रैली में पार्टी के शाखा प्रमुख और जिला प्रमुख पर सब निर्भर करता है। वहीं, शिंदे की रैली में भीड़ बढ़ाने के लिए विधायकों और सांसदों का भरपूर जोर है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे के कैंप की प्रवक्ता शीतल महात्रे ने शुक्रवार को बताया कि यह अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी। मुंबई वासियों को भीड़ और ट्रैफिक से कोई परेशानी नहीं होगी।
दशहरा रैली में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
सूत्रों का कहना है कि शिंदे खेमे में सभी विधायकों और सांसदों को कम से कम दो हजार से तीन हजार लोग रैली में लाने को कहा गया है। शिंदे के खेमे में 40 विधायक और 12 सांसद हैं। इसी तरह उद्धव ठाकरे के खेमे की प्रवक्ता किशोरी पेडनेकर ने कहा कि शिवसेना के लिए हमेशा से दशहरा रैली एक त्योहार की तरह रही है। कार्यकर्ता पूरे महाराष्ट्र से आते हैं और इस साल भी शिवाजी पार्क आएंगे। सूत्रों के अनुसार, मुंबई के सभी शाखा प्रमुखों को कम से कम 150 लोग लाने को कहा गया है।
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