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कौन थे बाबा सिद्दीकी? सलमान-शाह रुख की करवाई दोस्ती; कांग्रेस छोड़ NCP में हुए थे शामिल

महाराष्ट्र के कद्दावर नेता बाबा सिद्दीकी का निधन हो गया है। उन पर अज्ञात लोगों ने फायरिंग की जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मुंबई में अपनी इफ्तार पार्टी के लिए मशहूर बाबा सिद्दीकी ने यूथ कांग्रेस से लेकर राज्य मंत्री तक कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं। वर्तमान में उनके बेटे बांद्रा पूर्व से विधायक हैं। पढ़ें उनके राजनीतिक करियर से जुड़ी अहम बातें।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 12 Oct 2024 11:23 PM (IST)
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बाबा सिद्दीकी अपनी बॉलीवुड इफ्तार पार्टी के लिए भी मशहूर थे। (Photo- Internet Media)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी का निधन हो गया है। शनिवार रात को उन पर तीन अज्ञात लोगों ने फायरिंग की, जिसके बाद उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक रहे हैं और वह इसी साल कांग्रेस छोड़ अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हुए थे। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी वर्तमान में बांद्रा पूर्व से कांग्रेस विधायक हैं। स्वयं बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

फरवरी में छोड़ी थी कांग्रेस

सिद्दीकी इसी साल फरवरी में कांग्रेस से राकांपा में शामिल हुए थे। वे करीब 48 साल तक कांग्रेस से जुड़े रहे। वे 1977 में अपने छात्र जीवन में ही कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए थे। वह 1999, 2004 और 2009 में तीन बार बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक रहे। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से अभी कांग्रेस के विधायक हैं।

वह रमजान के दौरान अपनी इफ्तार पार्टी के लिए भी जाने जाते रहे हैं, जिसमें सलमान खान, शाह रुख खान समेत बड़े-बड़े बॉलीवुड स्टार्स का जमावड़ा लगता था। सिद्दीकी सलमान और शाह रुख के बेहद करीबी भी माने जाते थे और दोनों के बीच वापस दोस्ती कराने का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है। कथित तौर पर अपनी इफ्तार पार्टी में उन्होंने दोनों स्टार्स के बीच सुलह कराई थी।  

इफ्तार पार्टी के लिए थे मशहूर

बाबा सिद्दीकी मुंबई के सिने जगत में भी काफी लोकप्रिय रहे हैं। रमजान के दिनों में उनके द्वारा आयोजित होनेवाली इफ्तार पार्टियों में सलमान खान, शाह रुख खान और आमिर खान जैसे अभिनेताओं की उपस्थिति दर्ज की जाती रही है। आगामी विधानसभा चुनाव में बाबा सिद्दीकी को अजीत पवार के प्रमुख रणनीतिकारों के रूप में देख जा रहा था।

बाबा सिद्दीकी के राजनीतिक करियर की बात करें तो वह बांद्रा पश्चिम से 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे। उन्होंने 2004 से 2008 के दौरान खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्य मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी संभाली।

सिद्दीकी ने पहले दो लगातार कार्यकाल (1992-1997) के लिए नगर निगम के पार्षद के रूप में भी काम किया था। 08 फरवरी 2024 को उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, बाद में वे 12 फरवरी 2024 को अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।

राजनीतिक करियर

जानकारी के अनुसार बाबा सिद्दीकी ने 1977 में एक किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का दामन थामा। उन्होंने विभिन्न छात्र आंदोलनों में भाग लिया। बाद में वे 1980 में बांद्रा युवा कांग्रेस के बांद्रा तालुका के महासचिव बने और अगले दो वर्षों के भीतर इसके अध्यक्ष चुने गए। 1988 में, वे मुंबई युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने। चार साल बाद वे मुंबई नगर निगम में नगर पार्षद चुने गए और पांच साल बाद फिर से इस पद पर चुने गए। वे 1999 में बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने।

वे 2004 और 2009 में फिर से चुने गए। इस प्रकार वे लगातार तीन कार्यकालों तक सेवा कर रहे हैं। सिद्दीकी को महाराष्ट्र सरकार द्वारा 2000-2004 तक सेवा देने के लिए म्हाडा मुंबई बोर्ड का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया था। उन्हें महाराष्ट्र सरकार के लिए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम, एफडीए और उपभोक्ता संरक्षण राज्य मंत्री भी नियुक्त किया गया और 2004-2008 तक सेवा दी।

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