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अगर नहीं लगती बाबा सिद्दीकी को गोली, तो शूटरों ने बनाया था बैकअप प्लान; पुलिस के हाथ लगा अहम सुराग

Baba Siddique Murder Case बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं जिसके मुताबिक आरोपियों ने एनसीपी नेता की हत्या के लिए बैकअप प्लान भी तैयार किया था। यानी अगर उस रात सिद्दीकी की हत्या न हो पाती तो इसके लिए बैकअप शूटर भी तैयार किए गए थे। केस से जुड़े और भी कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 10 Nov 2024 11:07 PM (IST)
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बाबा की हत्या के लिए बैकअप शूटर भी तैयार रखे गए थे। (File Image)
जेएनएन, मुंबई। राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में नई जानकारी सामने आई है। सिद्दीकी की हत्या के लिए दो प्लान बनाए थे। प्लान ए फेल होने पर प्लान प्लान बी के तहत बाबा सिद्दीकी की हत्या की जानी थी। मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच से पता चला है कि शिवकुमार गौतम, धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह के अपने प्रयास में विफल होने की स्थिति में हत्या की सुपारी लेने वालों के पास कई बैकअप शूटर तैयार थे।

प्लान बी के तहत 28 जुलाई को गौरव अपुने, रूपेश मोहोल और शुभम लोनकर एके-47 का प्रशिक्षण लेने के लिए झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में गए थे। पुलिस को संदेह है कि शुभम लोनकर ने शूटरों के लिए इस प्रशिक्षण की सुविधा के लिए स्थानीय नक्सली समूहों का सहयोग लिया होगा।

शुभम लोनकर ने रची थी साजिश

मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुसार, सलमान खान के आवास के बाहर गोलीबारी की घटना के तुरंत बाद राकांपा नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची गई थी। मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर ने लारेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से निर्देश पर सिद्दीकी पर हमले की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने सिद्दीकी को खत्म करने का ठेका आरोपित राम कनौजिया को सौंपा, जिसने उदयपुर से तस्करी कर लाया गया हथियार प्राप्त किया।

(बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। File Image)

इसके बाद शूटर रूपेश मोहोल, करण साल्वे और शिवम कोहाड़ सहित कनौजिया के गिरोह ने सिद्दीकी के ठिकानों की रेकी की।अधिकारियों ने कहा कि सिद्दीकी की हत्या के लिए कनौजिया ने एक करोड़ रुपये की मांग की थी, लोनकर इतनी रकम देने को तैयार नहीं था। इसके बाद लोनकर ने शिवकुमार गौतम, धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह से संपर्क किया, जिन्होंने सिद्दीकी की गतिविधियों पर एक महीने की लंबी निगरानी के बाद 12 अक्टूबर को हत्या को अंजाम दिया।

पूरी तैयारी के साथ आए थे शूटर

शूटरों को स्पष्ट निर्देश था कि गोली लगने के बाद सिद्दीका जीवित नहीं रहना चाहिए। शूटरों ने एक ऑस्ट्रियाई निर्मित ग्लाक पिस्तौल और एक तुर्की पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया था। हत्यारे पूरी तरह से तैयार होकर आए थे, उनके पास लगभग 60 राउंड के कारतूस थे। अधिकारियों ने अब तक पांच हथियार और लगभग 65 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

अधिकारी कर रहे हैं नक्सल कनेक्शन की जांच

अधिकारियों को आश्चर्य इस बात से है कि आरोपितों ने झारखंड के नक्सल प्रभावित खनन क्षेत्रों में एके-47 चलाने सहित उन्नत हथियारों का प्रशिक्षण प्राप्त किया था। मुंबई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने कहा कि नक्सल कनेक्शन की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आरोपियों के प्रशिक्षण के स्थान को देखते हुए, हम इस संभावना की तलाश कर रहे हैं।

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