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Badlapur News: बच्चियों से दुष्कर्म पर उबल रहा 'बदलापुर', SIT के हाथ में जांच; 10 Points में पढ़ें पूरा मामला

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नाबालिग छात्राओं पर कथित यौन उत्पीड़न का स्वत संज्ञान लिया है। इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों से दो सप्ताह के अंदर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी के अनुसार विस्तृत रिपोर्ट में एफआईआर दर्ज करने में देरी के पीछे का कारण इसकी स्थिति और पीड़ित लड़कियों का स्वास्थ्य शामिल होने की उम्मीद है।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Wed, 21 Aug 2024 01:43 AM (IST)
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स्कूल में बच्चियों के यौन शोषण के विरुद्ध में धरना प्रदर्शन। (File Photo)
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के ठाणे जिला स्थित बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बच्चियों के अभिभावकों ने स्कूल के सामने एकत्र होकर वहां तोड़फोड़ और पथराव किया। यह सब कुछ चल ही रहा था कि इस घिनौनी वारदात के विरुद्ध अभिभावकों को आम नागरिकों का भी साथ मिल गया और कुछ ही समय में अभिभावकों का साथ देने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुट गए।

बदलापुर: 12 ट्रेनों के बदले रूट, 30 लोकल ट्रेनें रद

ठाणे जिले के बदलापुर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को हुए विरोध प्रदर्शन के कारण मार्ग पर रेल सेवाएं बाधित हुईं, जिसके कारण 12 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित करना पड़ा और 30 लोकल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा।

बदलापुर दुष्कर्म से जुड़ी 10 बड़ी बातें

बदलापुर के निवासियों ने पिछले सप्ताह हुई दो नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

माता-पिता को 18 अगस्त को घटना के बारे में पता चला और उन्होंने एफआईआर दर्ज कराई। बदलापुर स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन के कारण लोकल ट्रेन की आवाजाही प्रभावित हुई है।

सभी ने बदलापुर रेलवे स्टेशन की ओर रुख किया और वहां पहुंचकर रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसके चलते काफी देर तक लोकल और लंबी दूरी की ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा।

रेलवे पुलिस को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। बदलापुर पुलिस थाने के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन ने भी स्कूल के प्राचार्य, क्लास टीचर एवं एक महिला सहायक को निलंबित कर दिया है। मामले को बढ़ता देख मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरोपित पर दुष्कर्म के प्रयास की धाराएं लगाने का आदेश देते हुए मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की घोषणा की।

उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच के लिए एक महिला अधिकारी की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है। सरकार ने प्रदर्शकारियों को इसकी जानकारी देने के लिए अपने मंत्री गिरीश महाजन को बदलापुर रेलवे स्टेशन भेजा।

महाजन ने वहां पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मंत्री ने उन्हें जानकारी दी कि घटना की रिपोर्ट पाक्सो की धाराओं के तहत दर्ज की गई है।

जांच के लिए आइजी आरती सिंह के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर दिया गया है। यह मामला ठाणे के बदलापुर शहर का है। पिछले सप्ताह वहां के आदर्श विद्यालय के किंडर गार्टेन में पढ़ने वाली तीन और चार वर्ष की दो बच्चियों का उसी विद्यालय के एक सफाईकर्मी ने शारीरिक शोषण किया था।

बच्चियों ने यह बात घर जाकर अपने परिवार को बताई तो उनके अभिभावक शिकायत लेकर बदलापुर थाने पहुंचे। लेकिन, उन्हें काफी देर थाने में बैठाने के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई।

रिपोर्ट दर्ज होने के कुछ ही देर बाद पुलिस ने आरोपित सफाईकर्मी को हिरासत में ले लिया था।लेकिन, मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी के तीसरे दिन यह मामला तब तूल पकड़ गया, जब बड़ी संख्या में उस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक स्कूल के सामने इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे।

अभिभावकों ने स्कूल पर पथराव किया और स्कूल का गेट भी तोड़ दिया। इसके बाद अभिभावकों के साथ आम नागरिक भी आ गए और सभी ने बदलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचकर वहां रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।

इसके चलते काफी देर तक लोकल एवं लंबी दूरी की ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा। रेलवे पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर हलका बल प्रयोग कर उन्हें ट्रैक से हटाना पड़ा।

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