Mumbai News: 'बिहार के वोटों के लिए कर्पूरी ठाकुर को दिया गया भारत रत्न', उद्धव ठाकरे का केंद्र सरकार पर हमला
Mumbai News मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक भाषण के दौरान ठाकरे ने दावा किया कि भारतीय जनसंघ (जो कि भारतीय जनता पार्टी का अग्रदूत था) ने पिछड़े वर्गों को 26 प्रतिशत आरक्षण देने के ठाकुर के फैसले का विरोध किया था। ठाकरे ने कहा लेकिन अब भाजपा बिहार में लोकसभा चुनाव में वोट चाहती है इसलिए उनके लिए मरणोपरांत भारत रत्न की घोषणा की।
पीटीआई, मुंबई। नरेंद्र मोदी सरकार ने आगामी लोकसभा चुनावों में पूर्वी राज्य से वोट पाने के लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को भारत रत्न को लेकर सरकार पर तंज कसा।
मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक भाषण के दौरान, ठाकरे ने दावा किया कि भारतीय जनसंघ (जो कि भारतीय जनता पार्टी का अग्रदूत था) ने पिछड़े वर्गों को 26 प्रतिशत आरक्षण देने के ठाकुर के फैसले का विरोध किया था।ठाकरे ने कहा, "लेकिन अब भाजपा बिहार में लोकसभा चुनाव में वोट चाहती है, इसलिए उनके लिए मरणोपरांत भारत रत्न की घोषणा की। मुझे खुशी है कि उनके (ठाकुर के) काम को इतने सालों के बाद स्वीकार किया जा रहा है।"
ठाकरे ने कहा, "लेकिन अब भाजपा बिहार में लोकसभा चुनाव में वोट चाहती है, इसलिए उनके लिए मरणोपरांत भारत रत्न की घोषणा की। मुझे खुशी है कि उनके (ठाकुर के) काम को इतने सालों के बाद स्वीकार किया जा रहा है।"
'लोग इस खोखलेपन को समझ सकते हैं'
ठाकरे ने आगे कहा, भाजपा ने भारत रत्न के लिए डॉ. एस स्वामीनाथन के नाम की घोषणा की, लेकिन कृषि आय बढ़ाने पर उनकी अध्यक्षता वाले आयोग द्वारा की गई सिफारिश को लागू करने में विफल रही है। ठाकरे ने दावा किया, लोग इस खोखलेपन को समझ सकते हैं।
इन पांच दिग्गजों को मिल रहा है इस बार भारत रत्न
केंद्र सरकार ने इस साल देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न के लिए पांच नामों की घोषणा की। इन पांच नामों में से वे हैं पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह, कृषि वैज्ञानिक और भारत की खाद्य क्रांति के जनक डॉ एस स्वामीनाथन, कर्पूरी ठाकुर और भाजपा के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी।
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