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'मणिपुर जैसा कुछ महाराष्ट्र में भी हो सकता', शरद पवार के बयान पर भड़की भाजपा ने क्या कहा?

मणिपुर को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) के नेता शरद पवार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने नवी मुंबई में कहा कि केंद्र सरकार ने मणिपुर में हिंसा को रोकने की कोशिश नहीं की। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मणिपुर का दौरा करने की जरूरत नहीं समझी। इतने बड़े संकट के बाद वहां शासन करने वाले लोगों की इससे सीधे लड़ने की जिम्मेदारी होती है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 29 Jul 2024 05:19 PM (IST)
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राकांपा (शपा) के अध्यक्ष शरद पवार। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, मुंबई। राकांपा (शपा) के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा महाराष्ट्र में मणिपुर जैसे हालात होने की संभावना जताए जाने पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि शरद पवार को राजनीति के लिए इस प्रकार के बयान नहीं देने चाहिए।

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शरद पवार ने रविवार को नई मुंबई में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री यूक्रेन जा रहे हैं, लेकिन मणिपुर में इतना सब हो गया, किंतु उन्हें एक बार भी यह महसूस नहीं हुआ कि वह मणिपुर के हालात वहां जाकर देख आएं। वहां के लोगों को दिलासा दे आएं।

मणिपुर जैसा महाराष्ट्र में भी हो सकता

शरद पवार ने मणिपुर के ही संदर्भ में महाराष्ट्र पर बोलते हुए कहा कि अब मुझे फिक्र हो रही है कि वैसा ही कुछ महाराष्ट्र में भी हो सकता है। यहां भी लंबे समय से साथ रहते आ रहे दो समाजों के बीच संघर्ष शुरू हो गया है। यह कहते हुए शरद पवार का इशारा महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर मराठा एवं अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के बीच बढ़ रहे तनाव की ओर था।

जनता को बदनाम न करें पवार: भाजपा

शरद पवार का यह बयान महाराष्ट्र एवं केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को रास नहीं आ रहा है। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि शरद पवार जैसे नेता कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में हिंसा होगी। जातीय दंगे होंगे। उनके जैसे कद के नेता को इस प्रकार के बयान नहीं देने चाहिए। इस प्रकार के बयान देकर वह महाराष्ट्र एवं यहां की जनता को बदनाम न करें।

शरद पवार से मिले थे भुजबल

बावनकुले ने कहा कि अगर यहां कोई हिंसा के संबंध में सोचेगा भी तो उस पर नियंत्रण करने में महाराष्ट्र के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस सक्षम हैं। बता दें कि महाराष्ट्र में मराठा और ओबीसी समाजों के बीच आरक्षण को लेकर बढ़ रहे तनाव को लेकर कुछ दिनों पहले राज्य सरकार के मंत्री एवं वरिष्ठ ओबीसी नेता छगन भुजबल खुद शरद पवार के घर जाकर मिले थे।

भुजबल ने मामला सुलझाने का किया था आग्रह

भुजबल ने शरद पवार से आग्रह किया था कि राज्य के वरिष्ठतम नेता होने के नाते वह इस विवाद को सुलझाने के लिए आगे आएं। इस मुलाकात के कुछ दिनों बाद शरद पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात भी की थी। मगर दोनों नेताओं की मुलाकात में मराठा व ओबीसी आरक्षण पर क्या बात हुई, यह जानकारी सामने नहीं आ सकी थी।

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