'सभी बजट योजनाएं स्थायी', उद्धव के '2-3 महीने में खत्म हो जाएंगी' वाले कटाक्ष पर सीएम शिंदे ने किया पलटवार
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को आरोप लगाया कि एकनाथ शिंदे सरकार की Mumbai Politics ‘मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना’ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए है और यह योजना दो-तीन महीनों में बंद हो जाएगी। इस बयान के बाद सीएम शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा कि सभी योजनाएं स्थायी हैं।
पीटीआई, छत्रपति संभाजीनगर/नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि हाल में राज्य के बजट में घोषित सभी योजनाएं स्थायी हैं, क्योंकि इनमें तीन मुफ्त गैस सिलेंडर और महिलाओं को मासिक सहायता का प्रावधान भी शामिल है।
सीएम शिंदे ने यह टिप्पणी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा राज्य सरकार पर विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री मांझी लड़की बहिन योजना के नाम पर महिला मतदाताओं को लुभाने का आरोप लगाने के बाद आई है। उन्होंने कहा था कि यह पहल दो-तीन महीने में बंद हो जाएगी।
'यह दीर्घकालिक योजना है'
शिंदे ने नागपुर में संवाददाताओं से कहा, "महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये और सालाना 18,000 रुपये देने की योजना, साथ ही तीन सिलेंडर मुफ्त देना बहनों के लिए रक्षाबंधन का तोहफा है। किसानों के बिजली बिल माफ करने की योजना भी स्थायी है। सभी (मौद्रिक) प्रावधान किए गए हैं। यह दीर्घकालिक योजना है।"
अक्टूबर-नवंबर में होंगे राज्य विधानसभा चुनाव
पिछले सप्ताह विधानसभा में पेश बजट में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले कई घोषणाएं कीं। राज्य विधानसभा चुनाव संभवतः अक्टूबर-नवंबर में होंगे। पवार ने मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना (जिसका उद्देश्य महिलाओं को तीन मुफ्त सिलेंडर देना है), मुख्यमंत्री युवा कार्यक्रम प्रशिक्षण योजना, मुख्यमंत्री कृषि पंप योजना के साथ-साथ मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना (जिसमें 21-60 आयु वर्ग की पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये का मासिक भत्ता मिलेगा) और महिलाओं को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने की योजना की घोषणा की।
'इन योजनाओं के जरिए अपने पापों को छिपाने की कोशिश'
छत्रपति संभाजीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, 'कई योजनाएं शुरू की जा रही हैं। यह चुनाव से पहले महिला मतदाताओं को लुभाने की चाल है। योजनाएं केवल दो-तीन महीने के लिए हैं। उनकी (सत्तारूढ़ गठबंधन) सरकार वापस नहीं आएगी और अगर वापस आती भी है, तो उसके बाद योजनाएं बंद हो जाएंगी।'
ठाकरे ने आरोप लगाया, "योजनाओं की घोषणा तो की जा रही है लेकिन उनके क्रियान्वयन में कोई प्रगति नहीं हो रही है। सरकार इन योजनाओं के जरिए अपने पापों को छिपाने की कोशिश कर रही है।"
यह भी पढ़ें- 'बार-बार क्यों रोते हो...' CM एकनाथ शिंदे ने क्यों कहा- उद्धव ठाकरे जी आपसे ये बड़ी गलती हो गई