Aryan Khan Drug Case: शाहरुख के बेटे आर्यन के ड्रग केस में NCB अफसरों के खिलाफ विभागीय चार्जशीट दाखिल
Aryan Drug Case आर्यन खान से जुड़े ड्रग केस में अब एनसीबी के अधिकारियों के खिलाफ विभागीय चार्जशीट दाखिल की गई है। इनमें से कुछ अधिकारी एनसीबी से जुड़े हैं। कुछ अन्य एजेंसियों के पास गए हैं उन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट संबंधित अधिकारियों को सौंपी गई।
मुंबई, मिडडे। Aryan Drug Case: बालीवुड अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) से जुड़े ड्रग केस (Drug Case) में अब एनसीबी (NCB) के अधिकारियों के खिलाफ विभागीय चार्जशीट दाखिल की गई है। इनमें से कुछ अधिकारी अभी भी एनसीबी से जुड़े हैं और कुछ अन्य एजेंसियों के पास गए हैं, उन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट संबंधित अधिकारियों को सौंप दी गई है।
जांच में गड़बड़ी के आधार पर सजा की सिफारिश का अधिकार
सीसीए के नियमों के अनुसार, विभागीय जांच के दौरान विजिलेंस टीम को जांच के दौरान मिली गड़बड़ी के आधार पर सजा की सिफारिश करने का अधिकार है। यदि उल्लंघन प्रकृति में बहुत गंभीर हैं तो अधिकारियों को सेवाओं से हटाने के लिए सिफारिश की जा सकती है या नियमों के अनुसार दंडित किया जा सकता है।
एनसीबी ने इसलिए पेश किया आरोप पत्र
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की सतर्कता टीम ने आर्यन खान ड्रग केस में एनसीबी के सात-आठ अधिकारियों के खिलाफ गंभीर सतर्कता चूक और अनियमितताओं का पता लगाने के बाद आरोप पत्र पेश किया है। विजिलेंस टीम ने अपनी जांच के दौरान समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) और उनकी टीम के खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों का पता लगाने के लिए शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी (Pooja Dadlani) का वीडियो स्टेटमेंट भी रिकार्ड किया है, लेकिन विजिलेंस को जबरन वसूली का कोई सबूत नहीं मिला था।
तब जांच में मिलीं थी खामियां
सूत्रों के अनुसार, जुलाई में डीजी एनसीबी को 3000 पेज की रिपोर्ट सौंपने वाली विजिलेंस टीम ने एनसीबी जोनल डायरेक्टर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान समीर वानखेड़े और उनकी टीम द्वारा की गई जांच में गंभीर अनियमितताएं और सतर्कता की खामियां पाई हैं। विजिलेंस टीम ने ड्रग पार्टी में छापेमारी के दौरान विभिन्न अनियमितताओं को उजागर किया था। आर्यन खान मामले की जांच करने वाली एनसीबी एसआइटी ने मामले को सौंपे जाने के बाद पहले ही मामले में आर्यन खान को क्लीन चिट दे थी। विजिलेंस टीम ने पूछताछ के दौरान 65 गवाहों के बयान दर्ज किए, जिनमें एनसीबी के अधिकारी भी शामिल हैं। प्रत्येक गवाह के बयान कैमरे पर रिकार्ड किए गए थे और एनसीबी के कुछ अधिकारियों ने अपने बयान में चार-पांच बार अपना बयान दर्ज किया था।