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महाराष्ट्र विधानसभा में देवेंद्र फडणवीस बोले- दिशा सालियान मामले की जांच करेगी SIT; विपक्ष ने जताई नाराजगी

महाराष्ट्र विधानसभा में गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपने की घोषणा की है। उनके इस निर्णय को विपक्ष मुख्यमंत्री के जमीन घोटाले से ध्यान भटकाने की साजिश मान रहा है। जांच को लेकर विपक्षी दलोंं ने आपत्ति जताई है।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 22 Dec 2022 07:28 PM (IST)
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दिशा सालियान की मौत की जांच एसआइटी करेगी।

मुंबई, जेएनएन। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Raput) की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान मौत मामला एक बार फिर सुर्खियां बटोर रही है। गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के कुछ सदस्यों द्वारा दिशा सालियान की मौत की जांच का मामला उठाया। इसके बाद राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की जांच एसआईटी को सौंपने की घोषणा की है। उनके इस निर्णय को विपक्ष मुख्यमंत्री के जमीन घोटाले से ध्यान भटकाने की साजिश मान रहा है।

भाजपा विधायक नितेश राणे एवं शिवसेना शिंदे गुट के विधायक भरत गोगावले ने आज दिशा सालियान की संदिग्ध मौत का मामला विधानसभा में उठाया, और इस मामले की जांच की मांग की। यह मामला उठते ही विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच हंगामा शुरू हो गया और विधानसभा की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी। सत्तारूढ़ दल के विधायकों का आरोप था कि इस संदेहास्पद मौत से पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे का संबंध है। चार बार सदन की कार्यवाही रुकने के बाद गृहमंत्रालाय के भी प्रभारी उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की जांच मुंबई पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपने की घोषणा की।

जांच को लेकर अजीत पवार ने जताई नाराजगी

उनकी इस घोषणा के बाद विपक्ष ने आरोप लगाना शुरू कर दिया कि सत्तारूढ़ पक्ष दिशा सालियान के मुद्दे पर जानबूझकर नाटक कर रहा है। वह चाहता है कि नागपुर भूखंड घोटाले की चर्चा सदन में न हो सके, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर आरोप लग रहे हैं। सदन से बाहर पत्रकारों से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कहा कि विपक्ष सदन चलाने में पूरा सहयोग कर रहा है, लेकिन सत्ता पक्ष मुख्यमंत्री को बचाने के लिए ही सदन में हंगामा कर रहा है।

पवार ने यह सवाल भी उठाया कि क्या सत्तापक्ष को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई पर भरोसा नहीं है, जो दिशा सालियान की मौत को दुर्घटना करार दे चुकी है। पवार ने कहा, 'बंद किए गए मामलों को फिर से खोलकर राजनीतिकरण न करें। अगर ऐसा है, तो ऐसे सभी मामलों की जांच होनी चाहिए।'इसके जवाब में फडणवीस ने कहा कि सीबीआई ने सालियान की मौत की जांच नहीं की है। सुशांत सिंह का मामला सीबीआई के पास है। अजीत दादा ने जो कहा है वह समाचार रिपोर्टों पर आधारित है।'

जानें क्या है मामला

बता दें कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को अपने बांद्रा स्थित घर में मृत अवस्था में पंखे से लटके पाए गए थे। उनकी मृत्यु से सिर्फ छह दिन पहले उनकी मैनेजर दिशा सालियान की भी उसके घर की खिड़की से गिर कर मौत हो गई थी। सुशांत सिंह की संदिग्ध मौत की जांच करनेवाली सीबीआई की टीम ने दिशा सालियान मामले की भी जांच की थी। सीबीआई कह चुकी है कि दिशा सालियान की मौत सिर्फ एक दुर्घटना थी।

भाजपा विधायक नीतेश राणे ने दिशा सालियान की मौत के तुरंत बाद भी इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे की जांच करने की मांग की थी। आज भी उन्हीं ने शिंदे गुट के एक विधायक भरत गोगावले के साथ मिलकर इस मामले की अलग से जांच किए जाने की मांग उठाई। जिसे मानते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जांच के लिए एसआईटी बनाने की घोषणा कर दी है।

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