Karwa Chauth 2022: पीरियड आने पर इस तरह करें करवा चौथ का व्रत, पूजा करते समय ध्यान रखनी होगी ये बात
Karwa Chauth 2022 पीरियडस के समय व्रत रखने की कोई मनाही नहीं होती लेकिन इस दौरान व्रत और पूजा करते समय बहुत सी बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। साथ ही खाने पीने का ध्यान रखने से आपका स्वास्थ्य और मूड दोनों ही ठीक रहेंगे।
By Babita KashyapEdited By: Updated: Tue, 04 Oct 2022 10:12 AM (IST)
मुंबई, जागरण आनलाइन डेस्क। Karwa Chauth 2022: करवा चौथ पर सुहागन महिलाएं निर्जला व्रत रख अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। करवा चौथ का व्रत पति पत्नी के रिश्ते को और मजबूत कर उसमें मिठास भर देता है। लेकिन शास्त्रों में व्रत रखने के कई नियम बताये गए हैं।
ऐसी मान्यता है कि पीरियडस के दौरान महिलाओं को धाार्मिक कार्य नहीं करने चाहिए और भगवान और किसी भी पूजा सामग्री को नहीं छूना चाहिए। लेकिन कई बार ऐसी स्थिति पैदा हो जाती हैं कि महिलाओं का समझ नहीं आता कि वो क्या करें।
करवा चौथ का व्रत साल में एक बार आता है ऐसे में अगर पीरियडस आ जाएं तो महिलाएं परेशान हो जाती हैं। तो आइये हम आपको बताते हैं कि ऐसी स्थिति में पूजा कैसे की जाए।
शास्त्रों के अनुसार मासिक धर्म में करवा चौथ का व्रत रखना वर्जित नहीं है। ऐसे में अगर आप मासिक धर्म के समय से गुजर रहे हैं तो आप बिना किसी परेशानी के व्रत पूरा कर सकती हैं। बस आपको व्रत के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। ताकि आप बिना किसी गलती के अपना व्रत पूरा कर सकें।
इन बातों का रखें ध्यान
- इस दौरान महिलाओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे मंदिर न जाएं।
- किसी धार्मिक ग्रंथ को न छुएं।
- वह घर में किसी और से करवा चौथ की कथा सुन सकती हैं।
- महिला को मंदिर से अलग होकर व्रत रखना चाहिए और पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से उनका व्रत भी सफल होगा।
- ऐसे समय में व्रत भंग होने का दोष नहीं लगेगा।
इस समय स्वास्थ्य के प्रति रहें अधिक सजग
अगर आप पीरियडस के दौरान करवा चौथ का व्रत रख रखी हैं तो आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है आपको कमजोरी, सिरदर्द और चिड़चिड़ापन जैसी शिकायत हो सकती है जिससे न चाहते हुए भी आपका मूड खराब हो सकता है। इससे बचने के लिए आप इन बातों को ध्यान रखें।- उपवास शुरू होने से पहले ही पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, जिससे बाडी हाइड्रेट रहेगी और पेट दर्द नहीं होगा।
- फलों का सेवन करें।
- सूखे मेवे अपनी डाइट में शामिल करें।
- पौष्टिक भोजन करें ।
- उपवास पूरा होने पर सामान्य खाना ही खाएं।
- अगर थकान महसूस कर रहीं हैं तो नींद पूरी लें और आराम जरूर करें।