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जितेंद्र आव्हाड की कार पर अटैक मामले में एक गिरफ्तार, युवराज छत्रपति के संगठन ने ली है हमले की जिम्मेदारी

Jitendra Awhad Car जितेंद्र आव्हाड की कार पर हमला तब हुआ जब वह अपने गृहनगर ठाणे जा रहे थे। मामला सामने आने के बाद स्वराज्य संगठन के महासचिव धनंजय जाधव ने हमले की जिम्मेदारी ली है। धनंजय ने मांग है की कि जितेंद्र आव्हाड युवराज संभाजीराजे छत्रपति (छत्रपति शिवाजी के वंशज) के ऊपर दिए के गए अपने हालिया बयानों के लिए माफी मांगे।

By Agency Edited By: Abhinav Atrey Updated: Fri, 02 Aug 2024 10:13 AM (IST)
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संभाजीराजे पर दिए बयान को लेकर हुआ है जितेंद्र आव्हाड पर हमला। (फोटो, एक्स)

एएनआई, मुंबई। मुंबई की डोंगरी पुलिस ने एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड की कार पर हुए हमले के मामले में नवी मुंबई से एक शख्स हिरासत में लिया है। पुलिस ने स्वराज्य संगठन के महासचिव धनंजय जाधव और अंक्रिश कदम के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है।

दरअसल, गुरुवार को जितेंद्र आव्हाड की कार पर स्वराज संगठन के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था। आव्हाड की कार पर हमले का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें तीन लोग लोग 'छत्रपति शिवाजी महाराज की जय' और 'छत्रपति संभाजी महाराज की जय' के नारे लगाते हुए एसयूवी कार के शीशे पर लाठियां बरसाते नजर आ रहे हैं।

संभाजीराजे पर दिए बयान को लेकर हुआ है हमला

यह घटना तब हुई जब आव्हाड ईस्टर्न फ्रीवे के पास से होते हुए अपने गृहनगर ठाणे जा रहे थे। मामला सामने आने के बाद स्वराज्य संगठन के महासचिव धनंजय जाधव ने हमले की जिम्मेदारी ली है। धनंजय ने मांग है की कि जितेंद्र आव्हाड युवराज संभाजीराजे छत्रपति (छत्रपति शिवाजी महाराज के 13वें प्रत्यक्ष वंशज) के लिए अपने हालिया बयानों के लिए माफी मांगे।

आव्हाड ने क्या दिया था बयान?

बता दें कि 14 जुलाई को कोल्हापुर के विशालगढ़ किले में हुए सांप्रदायिक दंगे के बाद एनसीपी नेता आव्हाड ने कथित तौर पर भीड़ को उकसाने के लिए स्वराज्य संगठन के संस्थापक संभाजीराजे की कड़ी आलोचना की थी।

संभाजीराजे के खून की जांच होनी चाहिए- आव्हाड

उन्होंने कहा था कि युवराज के खून की जांच होनी चाहिए, क्योंकि उनके कथित बयानों से ऐसा नहीं हो सकता कि वे महान मराठा योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज (1630-1680) के वंशज हों और विशालगढ़ किले और गजपुर गांव आदि के आसपास रहने वाले समुदायों के बीच सांप्रदायिक कलह बो रहे हों।

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