Maharashtra Politics: शरद पवार की पार्टी को मिली चंदा लेने की अनुमति, चुनाव आयोग से प्रतिनिधिमंडल ने की थी मुलाकात
शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस (SP) स्वैच्छिक रूप से लोगों से चंदा स्वीकार कर सकती है। सोमवार को भारत निर्वाचन आयोग ने इसकी अनुमति दे दी है। पार्टी का आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को चुनाव आयोग से मिला था। आयोग ने पार्टी को यह अनुमति महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रदान की है। बता दें कि साल के आखिरी में महाराष्ट्र में चुनाव होंगे।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) को बड़ी राहत दी है। आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को चंदा लेने की अनुमति दे दी है। बता दें कि शरद पवार की पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग ने स्वैच्छिक चंदा स्वीकारने की अनुमति देने की अपील की थी। एनसीपी (शरद पवार) को चंदा स्वीकार करने का अधिकार चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका के अंतिम निपटारे तक लागू रहेगा।
चुनाव आयोग ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की प्रासंगिक धाराओं के तहत पार्टी को सरकारी कंपनी के अलावा किसी भी व्यक्ति या कंपनी से स्वैच्छिक रूप से अंशदान को स्वीकारने को अधिकृत किया है। पार्टी के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अपनी कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले के नेतृत्व में सोमवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की।
भतीजे ने तोड़ दी थी पार्टी
पिछले साल यानी 2023 के जुलाई महीने में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार की पार्टी को तोड़ दिया था। बाद में चुनाव चिह्न और पार्टी का नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस अजित गुट को मिला था। वहीं शरद पवार गुट को लोकसभा चुनाव में नया नाम अपनाना पड़ा था।लोकसभा चुनाव में कैसा रहा प्रदर्शन?
पार्टी की टूट के बावजूद शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी-एसपी ने लोकसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। पार्टी ने महाराष्ट्र की 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे आठ पर जीत मिली थी। वहीं अजित पवार की पार्टी एनसीपी ने पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था। उसे सिर्फ एक सीट से ही संतोष करना पड़ा था।
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