Maharashtra: ईडी ने कहा, नवाब मलिक ने दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर को दिए थे पांच लाख रुपये
Maharashtra ईडी ने अदालत के सामने स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक व दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर के बीच केवल पांच लाख रुपये का ही लेनदेन हुआ था। पहली हिरासत अर्जी में टाइपिंग की चूक से राशि 15 लाख रुपये का उल्लेख हो गया था।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Thu, 03 Mar 2022 09:21 PM (IST)
मिड डे, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विशेष अदालत के सामने गुरुवार को स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक व दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर के बीच केवल पांच लाख रुपये का ही लेनदेन हुआ था। पहली हिरासत अर्जी में टाइपिंग की चूक से राशि 15 लाख रुपये होने का उल्लेख हो गया था। ईडी की दूसरी हिरासत अर्जी के अनुसार, आरोपित की गिरफ्तारी समेत मामले की पृष्ठभूमि पहली हिरासत अर्जी में पेश की गई थी। उसे कृपया वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पढ़ा जाए। पहले की हिरासत अर्जी में टाइप होने में चूक हुई और उसे पांच लाख रुपये के रूप में पढ़ा जाना चाहिए।
नवाब मलिक के वकील ने कही ये बातइस पर नवाब मलिक की पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील अमित देसाई ने कहा कि इससे अदालत की चेतना को गहरा आघात लग सकता है। एजेंसी की ओर से पेश एएसजी अनिल सिंह ने कहा कि यह वास्तव में टाइप की गलती थी और किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि एक करोड़ रुपये आतंकी फंडिंग थी और यह आतंकी फंडिंग ही है। प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को यह भी बताया कि मलिक तीन-चार दिन के लिए अस्पताल में भर्ती रहे और हिरासत की महत्वपूर्ण अवधि बीत गई है। मंत्री से पूछताछ के लिए और समय की जरूरत है। इसका कारण यह है कि उन्होंने कुछ और बयान दर्ज किए हैं जिनमें 1993 विस्फोट के एक दोषी और अन्य एक पीड़ित मुनीरा पलंबर का भी बयान शामिल है।
नवाब मलिक सात मार्च तक ईडी की हिरासत में इस बीच, अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में विशेष पीएमएलए अदालत ने वीरवार को महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता नवाब मलिक की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत सात मार्च तक बढ़ा दी है। गौरतलब है कि नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड से वित्तीय लेनदेन के सिलसिले में ईडी ने 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद विशेष पीएमएलए अदालत ने नवाब मलिक को तीन मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था। फिलहाल वह ईडी की हिरासत में हैं।
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