आइसक्रीम में इंसानी अंगूठे का टुकड़ा मिलने के मामले की जांच शुरू, मलाड में कंपनी के गोदाम से बटरस्कॉच फ्लेवर का कोन जब्त
आइसक्रीम कोन के अंदर इंसानी अंगूठे का टुकड़ा मिलने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मलाड में कंपनी के गोदाम से बटरस्कॉच फ्लेवर का एक कोन जब्त किया है। सूत्रों के अनुसार जिस आइसक्रीम में इंसानी अंगूठा मिला वह इंदापुरपुणे में बनी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कंपनी की आइसक्रीम बनाने वाली यूनिट से आइसक्रीम कोन की सप्लाई एक महीने पहले हुई थी।
मिडडे, मुंबई। Mumbai Ice Cream Case: आइसक्रीम कोन के अंदर इंसानी अंगूठे का टुकड़ा मिलने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मलाड में कंपनी के गोदाम से बटरस्कॉच फ्लेवर का एक कोन जब्त किया है। रिपोर्टों के मुताबिक, स्टॉक में बटरस्कॉच के 12 कोन थे, जिनमें से 11 कोन बेचे जा चुके हैं। इन 11 कोनों में वह कोन भी है, जिसमें इंसानी अंगूठे का टुकड़ा मिला था। गोदाम में अन्य फ्लेवर की आइसक्रीम भी थीं।
एक माह पहले हुई थी सप्लाई
सूत्रों के अनुसार जिस आइसक्रीम में इंसानी अंगूठा मिला वह इंदापुर, पुणे में बनी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कंपनी की आइसक्रीम बनाने वाली यूनिट से आइसक्रीम कोन की सप्लाई एक महीने पहले हुई थी। पुलिस परिवहन और वितरण श्रृंखला का पता लगा रही है कि आइसक्रीम मलाड तक कैसे पहुंची। परिवहन और वितरण श्रृंखला से संबंधी लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
जांच में जुटी पुलिस की कई टीमें
पता चला है कि इंसानी अंगूठे वाला आइसक्रीम कोन भिवंडी स्थित कंपनी के गोदाम से मलाड गोदाम में लाई गई थी। पुलिस की कई टीमें बनाकर कंपनी के अलग-अलग गोदामों में भेज दी गई हैं।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि मलाड निवासी और पेशे से डॉक्टर ब्रेंडन फेराओ ने ई-कॉमर्स एप के जरिये बुधवार को आइसक्रीम कोन को मंगाया था। दोपहर का खाना खाने के बाद फेराओ जब बटरस्कॉच आइसक्रीम खाने लगे तो च्युइंग गम जैसा महसूस हुआ। जब आइसक्रीम का हिस्सा हटाया, तो उसमें इंसानी अंगूठे का टुकड़ा मिला।
थाने में की शिकायत
उन्होंने आइसक्रीम कंपनी के इंस्टाग्राम पेज पर शिकायत की, लेकिन कंपनी की ओर से उचित जवाब नहीं मिलने पर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने युम्मो आइसक्रीम कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 272 (खाद्य या पेय में मिलावट), 273 (हानिकारक खाद्य और पेय की बिक्री) और 336 (दूसरों के जीवन को खतरे में डालने वाला कार्य) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस फिंगर प्रिंट की मदद से यह पहचान करने के लिए आधार कार्ड सेंटर की मदद ले रही है कि अंगूठा किसका है।
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