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'पांच साल से गायब हैं आदित्य ठाकरे', वर्ली से मनसे प्रत्याशी का आरोप; कहा- भ्रष्टाचार का बोलबाला

Maharastra Election 2024 महाराष्ट्र में नजदीक आते विधानसभा चुनाव के साथ ही राज्य का सियासी पारा भी बढ़ने लगा है। वर्ली विधानसभा सीट से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रत्याशी संदीप देशपांडे ने निवर्तमान विधायक और शिवसेना (उद्धव) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पढ़ें उन्होंने क्या-क्या कहा।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 26 Oct 2024 11:36 PM (IST)
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वर्ली से वर्तमान में आदित्य ठाकरे विधायक हैं। (File Image)
मुंबई, एएनआई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ने के बीच प्रत्याशी एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे हैं। वर्ली विधानसभा सीट से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रत्याशी संदीप देशपांडे ने निवर्तमान विधायक और शिवसेना (उद्धव) के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे पर जमकर हमला बोला।

एमएसएन नेता ने कहा है कि आदित्य पिछले पांच वर्ष से अपने क्षेत्र के निवासियों से नहीं मिले हैं। संदीप ने कहा, 'यहां के नेताजी (आदित्य ठाकरे) पिछले पांच साल से गायब हैं। लोग उनसे कभी मिल नहीं पाए। स्लम पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) परियोजना अभी तक अधूरी है। बीडीडी चाल परियोजना, जिसके तहत लाटरी के माध्यम से आवास का आवंटन होना था, उसमें भ्रष्टाचार का बोलबाला है।'

'केवल चुनाव के समय होते हैं प्रकट'

उन्होंने कहा, 'चालों में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। अस्पतालों में आइसीयू नहीं हैं और वर्ली में कोई प्राइवेट स्कूल नहीं है।' एमएनएस प्रत्याशी ने कहा कि आदित्य केवल चुनाव के समय प्रकट होते हैं। लोगों का विश्वास था कि उन्होंने एक प्रमुख नेता को चुना है। विकास की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

20 नवंबर को होगा मतदान

गौरतलब है कि महाराष्ट्र की वर्ली सीट से वर्तमान में ठाकरे जूनियर विधायक हैं। यह सीट शिव सेना का गढ़ मानी जाती है। राज्य की 287 अन्य विधानसभा सीटों के साथ इस पर भी 20 नवंबर को मतदान होगा। इससे पहले वर्ली सीट से मुरली देवड़ा ने चार बार जीत हासिल की थी।

इसमें 1984 से 1991 तक जीत की हैट्रिक भी शामिल है और उनके बेटे मिलिंद देवड़ा ने 2004 और 2009 में लगातार दो बार जीत हासिल की। वहीं 2019 में वर्ली से जीतकर आदित्य पहली बार विधायक बने थे।

शिंदे ने आदित्य के खिलाफ चला मिलिंद का दांव

2022 में जब शिवसेना में टूट हुई तो उद्धव से ज्यादा आदित्य ही एकनाथ शिंदे पर मुखर थे। ऐसे में आदित्य के खिलाफ मिलिंद को उताकर शिंदे ने बड़ा सियासी दांव खेला है। बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को ही वर्ली सीट से अपना नामांकन कर दिया था।

मिलिंद देवड़ा वर्तमान में राज्यसभा सदस्य भी रहे हैं और दक्षिण मुंबई से तीन बार सांसद रह चुके हैं। वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान देवड़ा को वर्ली को संभालने का काम भी सौंपा गया था। आदित्य का निर्वाचन क्षेत्र होने के बावजूद वर्ली विधानसभा में यूबीटी को मात्र 6500 वोटों की बढ़त मिली थी।

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